ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह उनके समर्थकों का भी खत्म होगा इंतजार, इन सबको मिल सकता है मौका
भोपाल, 2 अगस्त: मध्य प्रदेश भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद लगातार बढ़ता जा रहा है। पहले तो उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय दिया गया और अब उम्मीद है कि प्रदेश में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों में उनके समर्थकों को भी सेट करने का रास्ता साफ हो चुका है। पार्टी चाहती है कि प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनावों से पहले किसी भी तरह की आंतरिक नाराजगी न रह जाए। अभी तक राजनीतिक नियुक्तियों में जिन नामों की चर्चा हो रही है, उससे लगता है कि सिंधिया समर्थकों की उम्मीदें पूरी होने वाली हैं।
सिंधिया का कद बढ़ा तो समर्थकों के भी दिन फिरेंगे
कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा ने करीब एक साल तक ज्योतिरादित्य सिंधिया को इंतजार करवाया। लेकिन, जब उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह मिली तो यह उनके ऊंची उड़ान साबित हुई। भाजपा के कई बड़े नेताओं को भी इल्म नहीं रहा होगा कि मोदी सरकार में सिंधिया की एंट्री इतनी धमाकेदार तरीके से होगी। सिंधिया ने पद संभालते ही कहा कि था नागरिक उड्डयन मंत्री का जिम्मेदारी संभालकर वह अपने पिता के सपनों को पूरा कर सकेंगे। जाहिर है कि नेता के दिन फिर गए तो उनके समर्थकों की भी आस बढ़ गई होगी। अब लगता है कि सिंधिया को अपने समर्थकों को भी पुरस्कार देने का मौका मिलने वाला है। सूत्रों के मुताबिक आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों से पहले प्रदेश में जल्द ही राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं, जिसमें सिंधिया को अपने समर्थकों को बिठाने का मौका मिलने जा रहा है। इन नियुक्तियों का एक बड़ा हिस्सा उनके समर्थकों के खाते में जाने की बात कही जा रही है।
निगम चुनावों से पहले राजनीतिक नियुक्तियों की तैयारी
असल में इस साल दमोह में हुए उपचुनाव की हार को बीजेपी भुला नहीं पा रही है। इसीलिए वह चाहती है कि स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी के अंदर कोई नाराजगी ना रह जाए। हालांकि, अभी चुनावों की तारीखें तय नहीं हुई हैं, लेकिन बीजेपी अपने स्तर पर संगठनात्मक तैयारी चुस्त रखना चाहती है। जानकारी के मुताबिक पार्टी ने बोर्ड और निगमों में नियुक्तियों को फाइनल कर लिया है और इसमें सिंधिया समर्थकों को बहुत ज्यादा तरजीह मिलने जा रही है। शनिवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान के दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात को भी इन्हीं राजनीतिक नियुक्तियों से जोड़कर देखा जा रहा है। वहां से लौटकर वे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और सह संगठन मंत्री हितानंद के साथ 10 घंटों तक मैराथन चर्चा की और कुछ कहा नहीं, जिससे इन अटकलों को और हवा मिल रही हैं।
इन सबको मिल सकता है मौका
सूत्रों की मानें तो बोर्ड और निगमों में नियुक्तियों की पहली लिस्ट फाइलन कर ली गई और यह कभी भी जारी की जा सकती है। इस लिस्ट में कुछ निर्दलीयों के अलावा सिंधिया के जिन समर्थकों के नामों की चर्चा है, जिनमें जसमंत जाटव, रक्षा सिरोनिया, मुन्नालाल गोयल, इमरती देवी, मनोज चौधरी जैसे लोग हैं। जबकि एदल सिंह कंसाना, गिर्राज दंडोतिया, रघुराज कंसाना और रणवीर जाटव जैसे सिंधिया समर्थकों को फिलहाल थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। मध्य प्रदेश के एक राजनीतिक विश्लेषक ने नाम नहीं जाहिर होने देने की शर्त पर कहा है कि इससे लगता है कि प्रदेश भाजपा की राजनीति में सिंधिया का कद बढ़ रहा है। वह पहले ही मोदी सरकार में भारी-भरकम मंत्रालय संभाल चुके हैं।