जानिए विकास दुबे ने गिरफ्तारी के लिए महाकाल मंदिर को ही क्यों चुना? फरीदाबाद से आखिर कैसे पहुंचा उज्जैन
उज्जैन। कानपुर जिले के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात हुए शूटआउट में बिल्हौर सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियो की हत्या करने का दुर्दांत अपराधी और पांच लाख रुपए का इनामी बदमाश विकास दुबे पिछले सात दिन से फरार चल रहा था। उसे आज (9 जुलाई) को महाकाल मंदिर के परिसर से उज्जैन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अब सवाल यह उठ रहा है कि वो यूपी एसटीएफ और पुलिस की करीब 100 टीमों को गच्चा देकर उज्जैन कैसे पहुंच गया। आखिर कौन हैं जो विकास दुबे की मदद कर रहा था?
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यूपी एसटीएफ और पुलिस को गच्चा देकर पहुंचा उज्जैन
दरअसल, आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले विकास दुबे की तलाश में पूरे उत्तर प्रदेश को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। विकास दुबे की तलाश में यूपी एसटीएफ समेत 100 पुलिस टीमों को लगाया गया था। इतना ही नहीं, यूपी एसटीएफ और पुलिस हरियाणा, नेपाल दिल्ली, मध्य प्रदेश और राजस्थान बॉर्डर पर अभियान चलाकर उसकी तलाश करती रही। फरीदाबाद, नोएडा और दिल्ली में भी विकास की तलाश में लगी रही। लेकिन विकास दुबे पुलिस और यूपी एसटीएफ को गच्चा देकर मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंच गया। जहां पुलिस ने उसे आज गिरफ्तार कर लिया।
आखिर क्यों चुना महाकाल मंदिर को?
सभी के मन में यह सवाल है कि दुर्दांत अपराधी और पांच लाख रुपए के इनामी बदमाश विकास दुबे ने आखिर महाकाल मंदिर को ही क्यों चुना। दरअसल, जिस तरह उत्तर प्रदेश की पुलिस विकास दुबे को पकड़ने के लिए पिछले कई दिनों से एक-एक कर उसके साथियों का एनकाउंटर कर रही थी उससे लगता है कि विकास दुबे को भी अपने एनकाउंटर होने का डर सताने लगा था। एनकाउंटर के डर से विकास दुबे ने अपने आप को गिरफ्तार करवाने के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर को चुना। उसे पता था कि मंदिर में उसका पुलिस एनकाउंटर नहीं कर सकती।
विकास ने मीडिया को भी बुलाया
जानकारी के मुताबिक, दुर्दांत अपराधी और पांच लाख रुपए का इनामी विकास दुबे गुरुवार की सुबह करीब 9 बजकर 55 मिनट पर महाकाल मंदिर पहुंचा। इसके बाद विकास दुबे ने महाकालेश्वर मंदिर की पर्ची भी कटाई और महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचा। परिसर में पहुंचकर चिल्लाने लगा कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला...। इस दौरान स्थीन मीडिया भी पहुंच गई। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने बकायदा सरेंडर की सूचना स्थानीय मीडिया और पुलिस को दी थी। हलांकि कलक्टर का दावा है कि सुरक्षाकर्मियों ने उसे पहचान लिया जिसके बाद वो पकड़ा गया। विकास दुबे की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही यूपी एसटीएफ की टीम उज्जैन रवाना हो गई है।
मीडिया के सामने चिल्लाया-मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला...।
विकास दुबे की गिरफ्तारी का वीडियो सामने आया है जिसमें वह मीडिया को देखकर चिल्ला रहा है कि- मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला...। स्थानीय पुलिस उसे गिरफ्तार कर गाड़ी में ले गई। पुलिस उसे महाकाल थाने ले आई और उससे पूछताछ शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विकास दुबे के पकड़े जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि यह पुलिस के लिए बड़ी सफलता है, विकास दुबे एक क्रूर हत्यारा है। कहा कि उसके मध्य प्रदेश में आने की संभावनाओं के चलते मध्य प्रदेश पुलिस अलर्ट पर थी और उसे आज उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही हमने उत्तर प्रदेश पुलिस को भी सूचित कर दिया है।
आखिरी लोकेशन औरैया, फरीदाबाद में दिखाई दी झलक
2 जुलाई की रात शूटआउट को अंजाम देने के बाद विकास अपने घर से फरार हो गया था। इसके बाद उसकी आखिरी लोकेशन औरेया दिखाई दी थी। जिसके बाद पुलिस को उसके बीहड़ की ओर भाग जाने का शक हुआ था। लेकिन विकास दुबे तब उत्तर प्रदेश का बॉर्डर पार करके हरियाणा पहुंच चुका था। विकास दुबे की तलाश में पुलिस की एक टीम फरीदाबाद के एक होटल पहुंची। पुलिस ने होटल की सीसीटीवी फुटेज भी बरामद की है। हरियाणा के फरीदाबाद की सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को सकते में डाल दिया। इस फुटेज में विकास दुबे की झलक दिखाई दी। हालांकि फरीदाबाद में विकास दुबे पुलिस के हाथ नहीं लगा और विकास फरीदाबाद से भी भाग निकला।
उज्जैन में हुई गिरफ्तार, दो घंटे पुलिस की पूछताछ
यूपी पुलिस विकास दुबे की तलाश कई राज्यों में कर रही थी। हालांकि आखिरकार पुलिस को सफलता मध्य प्रदेश में हाथ लगी। पुलिस ने मध्य प्रदेश के उज्जैन से विकास दुबे को गिरफ्तार किया। हरियाणा के फरीदाबाद से विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचा था। बता दें कि गिरफ्तार करने के बाद उज्जैन पुलिस उसे गाड़ी में बैठाकर थाने ले गई। उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे से करीब 2 घंटे तक पूछताछ की। यूपी पुलिस के पहुंचते ही उसकी ट्रांजिट रिमांड की कार्रवाई की जाएगी. उम्मीद है थोड़ी देर में ही उज्जैन पुलिस इसका खुलासा करेगी कि वह यहां कैसे पहुंचा?
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