सिंधिया के मंत्री ने बताया सच! आखिर क्यों गिरी थी कमलनाथ की सरकार
मप्र में सिंधिया खेमे के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे बरगद की तरह अकड़े रहते हैं। वे झुकते नहीं है, जबकि दिग्विजय सिंह का स्वभाव लचीला है। दोनों की कार्यशैली में जमीन आसमान का अंतर
दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की कार्यशैली में जमीन आसमान का अंदर है। अगर कमलनाथ की जगह दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री होते तो शायद कांग्रेस की सरकार न गिरती। कमलनाथ झुकते नहीं है, भले ही टूट जाएं, जबकि दिग्गी झुकना जानते हैं, सुनना जानते हैं... इसलिए उनकी सरकार चली गई। यह बात शिवराज मंत्री मंडल में शामिल सिंधिया खेमे के मंत्री गोविंद राजपूत ने कही है।
मप्र के परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत ने बताया कि कमलनाथ ने अपने जीवन में कभी समझौता नहीं किया, वे सीधे अकड़े खड़े रहते हैं, इसलिए वे टूट गए। उन्होंने का कि कमलनाथ कभी भी गांवों में नहीं गए, सड़कों पर नहीं गए, जबकि दिग्विजय सिंह आज भी गली-गली घूम रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया किया कमलनाथ में मैं की जिद भरी है। वे हम में विश्वास नहीं रखते, उनके हम के फार्मुले में भी मैं ही छिपा होता है।
दिग्विजय
सीएम
होते
तो
कांग्रेस
की
सरकार
न
गिरती
मंत्री
गोविंद
राजपूत
ने
15
महीनो
के
कमलनाथ
सरकार
गिरने
का
सच
बताते
हुए
कहा
कि
यदि
उस
वक्त
दिग्विजय
सिंह
मुख्यमंत्री
होते
तो
सरकार
नहीं
गिरती,
वजह
दिग्विजय
सिंह
एक
पौधे
की
तरह
हैं
जिन्हे
झुकना
आता
हैं,
जबकि
कमलनाथजी
का
स्वभाव
अड़ियल
हैं।
वो
बटबृक्ष
की
तरह
हैं,
जिन्हे
झुकना
नहीं
आता।
आंधी
में
जो
झुकते
हैं
वो
पौधे
बच
जाते
हैं,
जो
नहीं
झुकते
वो
पेड़
गिर
जाते
हैं।
दिग्विजय
सिंह,
उनके
भाई
और
बेटा
सागर
से
चुनाव
लड़ें
गोविंद
राजपूत
ने
दिग्विजय
सिंह
को
एक
और
चुनौती
देते
हुए
कहा
कि
वे
दिग्विजय
सिंह
रहली
से
चुनाव
लड़ें।
खुरई
से
भाई
लक्ष्मण
सिंह
को
कांग्रेस
से
चुनाव
लड़ाएं
तो
सुरखी
से
उनके
खिलाफ
दिगिवजय
सिंह
के
बेटे
जयवर्धन
सिंह
को
चुनाव
लड़ाया
जाए।
उन्होंने
कहा
कि
हम
चुनौती
दे
रहे
हैं,
दिग्गी
का
पूरा
परिवार
सागर
से
चुनाव
लड़े,
तो
उन्हें
पता
चल
जाएगा।
दिग्विजय का सवाल- आखिर मोदीजी चीन से डरते क्यों हैं, उनकी लाल आंखे अब कहां गई?
क्यों
दे
रहे
हैं
गोविंद
राजपूत
दिग्गी
को
चुनौती
दरअसल
पूर्व
मुख्यमंत्री
दिग्विजय
सिंह
बीते
रोज
सागर
के
दौरे
पर
आए
थे।
उन्होंने
उन्होंने
भाजपा
सरकार
की
ज्यादतियों
पर
मोर्चा
खोला
हैं।
वे
खुरई
और
सुरखी
विधानसभा
क्षेत्र
में
दौरे
पर
थे।
उन्होंने
मंत्री
भूपेंद्र
सिंह
और
मंत्री
गोविन्द
राजपूत
पर
जमकर
निशाना
साधा
और
आरोप
लगाए।
इसके
बाद
गोविंद
सिंह
ने
मीडिया
के
सामने
आपनी
बात
रखते
हुए
चुनौती
दी
है।