मध्य प्रदेश विधानसभा के निर्विरोध स्पीकर बने गिरीश गौतम, रीवा के देवतालाब से हैं भाजपा विधायक
girish gautam new speaker of MP vidhan sabha,भोपाल। भाजपा की सत्ता वाले राज्य मध्य प्रदेश में गिरीश गौतम विधानसभा के स्पीकर बन गए हैं। गिरीश गौतम 67 साल के हैं। वह रीवा जिले के देवतालाब सीट से विधायक हैं। प्रदेश में गिरीश सत्तारूढ़ पार्टी के काफी वरिष्ठ नेता भी हैं। रविवार को नामांकन भरने का समय खत्म होने तक गिरीश गौतम एक मात्र प्रत्याशी रहे, जिन्होंने नामांकन दाखिल किया। ऐसे में आज उन्हें निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया गया।
विधानसभा के अध्यक्ष अब गिरीश गौतम
मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई। एपी सिंह ने कहा, ''गिरीश गौतम ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। उनके अलावा, किसी ने भी इस पद के लिए नामांकन नहीं भरा। इसलिए वह निर्विरोध विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए।'' बता दिया जाए कि, आज से ही मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू हो रहा है। विधानसभा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के चुनाव के साथ यह शुरू हुआ।
विधानसभा में भाजपा के 126 विधायक
विधानसभा में 230 सदस्य हैं। जिनमें से भाजपा के 126 विधायक हैं। कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर है। हालांकि, पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने ही जीता था। बाद में भाजपा ने सरकार बना ली। अब कांग्रेस के 96, बसपा के 2, सपा का 1 और 4 निर्दलीय विधायक हैं। गिरीष गौतम, जो कि स्पीकर बने हैं, वह लगातार चौथी बार विधायक रहे हैं।
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17 साल बाद विन्ध्य से अध्यक्ष बने
गिरीष के स्पीकर चुने जाने से जुड़ा एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि, 17 साल बाद विन्ध्य से विधानसभा अध्यक्ष बने हैं। उनसे पहले कांग्रेस नेता श्रीनिवास तिवारी 24 दिसंबर 1993 से 11 दिसंबर 2003 तक इस पद रह चुके हैं। बीते रोज जब वह स्पीकर के पद के लिए नामांकन भरने गए तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके साथ मौजूद थे। जहां उन्होंने विधानसभा परिसर में कहा, ''भाजपा के वरिष्ठ एवं लोकप्रिय नेता गिरीश गौतम के हाथों में विधानसभा के संचालन का दायित्व होगा।''
यह बोले मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज
गिरीष के मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष होने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, ''मुझे पूरा विश्वास है कि अपनी कर्मठता, निष्पक्षता और सबको साथ लेकर चलने की क्षमता और संसदीय ज्ञान के आधार पर वह अध्यक्ष पद की गरिमा को पक्के तौर पर और बढाएंगे। साथ ही विधानसभा का सुचारू संचालन होगा। उनको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।''