मध्य प्रदेश: सवर्ण आंदोलन ने बढ़ाई सरकार की मुश्किलें, इस दिन सपाक्स करेगी अपने उम्मीदवारों की घोषणा
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भोपाल। मध्यप्रदेश में एससी-एसटी एक्ट को लेकर सवर्णों का विरोध लगातार जारी है। आए दिन नेताओं को काले झंडे दिखाकर विरोध जताया जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को भोपाल में प्रदेश स्तरीय सपाक्स क्रांति सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सपाक्स ने हुंकार भरी और सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान करणी सेना ने भी मंच साझा किया और सरकार को आड़े हाथों लिया। इस मौके पर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी ने कहा कि यहां के मुख्यमंत्री देख ले कि हम ही माई के लाल हैं। अब जो हमारी नहीं सुनेगा, वह कहीं राज नहीं करेगा। अबकी बार जब हम एक होंगे तो मध्य प्रदेश को जाम कर देंगे। उन्होंने कहा कि जहां आप लोग पसीना बहा रहे हो, वहां हम अपना खून बहा देंगे। अब इस देश का युवा नहीं झुकेगा।
वही सपाक्स संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने कहा कि मध्यप्रदेश से शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और विधानसभा से लेकर लोकसभा तक अपने प्रतिनिधि भेजेंगे। रैली के दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल होने पहुंचे। लोगों की भीड़ देख पुलिस को अतिरिक्त फोर्स बुलाना पड़ी। रैली में इंदौर, खरगोन और धार से महिला और पुरुष काले कपड़े पहनकर पहुंचे, वही करणी सेना की महिलाएं राजस्थानी परिधान में रैली में पहुंची। कार्यक्रम का मैदान चार पहियां वाहनों से भरा रहा और पूरे पंडाल में हजारों की संख्या में लोग जुटे। कार्यक्रम में भाग लेने सागर की पूर्व किन्नर महापौर कमला भी आईं थी।
2 अक्टूबर को पार्टी की घोषणा करेगा सपाक्स
सपाक्स समाज के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने कहा कि गांधी जयंती 2 अक्टूबर को सपाक्स पार्टी की औपचारिक घोषणा की जाएगी। इस बार हम मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। चुनाव आयोग में पार्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए चुनाव आयोग में कागजात जमा कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने रैली को फ्लॉप करने के लिए भोपाल आने वाली 17 ट्रेनों को निरस्त किया बावजूद इसके हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए त्रिवेदी ने कहा कि हम समाज के भेदभाव को खत्म करना चाहते हैं। सरकार की एससीएसटी योजनाओं का फायदा एक फीसदी लोगों को मिल रहा है। इस सरकार ने इंसान को आरक्षण में बांट दिया है। डिलीवरी से लेकर मरने तक आरक्षण कर दिया है। आरक्षित को अलग आरक्षण और अनारक्षित को अलग। लेकिन सापक्स इसके खिलाफ आवाज उठाएगा और हर गरीब तबके इंसाफ दिलाकर रहेगा। हमारा उद्देश्य है कि अब आर्थिक आरक्षण हो, ताकि जो भी गरीब कमजोर है उसे सहायता मिल सके। हम किसी नेता, धर्म, जाति या पार्टी के खिलाफ नहीं है, बल्कि हम भेदभाव के खिलाफ है।
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