हंगामेदार होगा उत्तर प्रदेश का पहला बजट सत्र, जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष
लखनऊ, 23 मई: उत्तर प्रदेश में विधानमंडल का बजट सत्र आज से शुरू हो जाएगा। यूपी में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद सीएम योगी नए तेवर में दिखाई देंगे वहीं दूसरी ओर अखिलेश यादव के नेतृत्व में विपक्ष सरकार को जनता से जुड़े मुद्दों पर घेरने की पूरी कोशिश करेगा। हालांकि सबकी निगाहें सपा के वरिष्ठ नेता और हाल हो में जेल से बाहर निकले आजम खान पर भी होंगी की वो सदन में नजर आते हैं या नहीं। आजम हालाकि रविवार को समाजवादी पार्टी के विधायक दल की बैठक में शरीक नहीं हुए लेकिन इस बात की अटकलें लगाई का रहीं हैं कि वो अपने बेटे आजम खान के साथ सदन में नजर आ सकते हैं।
विधानसभा चुनाव के बाद पहला बजट सत्र
उत्तर प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत हासिल हुई थी। बीजेपी को 255 सीटें मिली थीं लेकिन यदि सहयोगियों को मिला दें तो ये संख्या 275 तक पहुंच जाएगी। योगी लगातार दूसरी बार सीएम बनने के बाद नए तेवर में विपक्ष के सामने होंगे। हालाकि सर्वदलीय बैठक के दौरान योगी ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी सबकी है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है की विधानमंडल का पहला सत्र ही हंगामेदार होने की संभावना है।
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नेता प्रतिपक्ष के रूप में पहली बार योगी के सामने होंगे अखिलेश
उत्तर प्रदेश का विधानमंडल सत्र कई मायनों में इस बार अहम होने जा रहा है। अखिलेश यादव के अनुभव की भी अग्निपरीक्षा होगी। खासतौर से वैसे समय में जब समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेता सदन में नहीं रहेंगे। इस नए सत्र में इस बार आर पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविन्द चौधरी, अंबिका चौधरी, नारद राय जैसे कई बड़े नेता सदन में नहीं दिखाई देंगे। वहीं आजम खान और शिवपाल यादव की बेरुखी से भी अखिलेश को दो चार होना पड़ेगा।
विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
विधानमंडल का पहला सत्र उस समय शुरू होगा जब राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राज्य के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। प्रदेश की 18वीं विधानसभा के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 26 मई को सदन में पेश किया जाएगा। राज्य विधानसभा सचिवालय ने कहा कि नई विधानसभा का पहला सत्र 31 मई तक चलेगा। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल ने 23 मई से सत्र आयोजित करने के लिए अपनी सहमति दी थी।
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मिशन 2024 को लेकर बीजेपी करेगी फोकस
इससे पहले योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2022 23 के पहले चार महीनों के खर्च के लिए लेखानुदान पारित किया था, लेकिन अब सरकार पूरा बजट पेश करेगी। दरअसल, योगी आदित्यनाथ सरकार का पूरा फोकस मिशन-2024 पर है और इसके लिए सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि अगले पांच साल में जो काम पूरे होने हैं, उन्हें अगले दो साल में पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही इस बजट में योगी सरकार संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए बड़े फैसले लेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी विभागों ने 100 दिन, छह महीने और एक साल की कार्ययोजना पेश की है।