कमलेश तिवारी मर्डर: आरोपी अशफाक को अपनी जान का खतरा, केस ट्रांसफर के लिए SC में दाखिल की याचिका
लखनऊ। हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। मामले से जुड़े एक आरोपी अशफाक ने अपनी जान का खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। अशफाफ ने केस को लखनऊ से दिल्ली स्थानांतरित करने की अपील की है। इस मामले गुरुवार को सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यूपी की योगी सरकार को नोटिस जारी किया है। बता दें, 18 अक्टूबर को लखनऊ में कमलेश तिवारी की घर में बने कार्यालय में बेरहमी हत्या कर दी गई थी।
आरोपी अशफाक ने जताई हत्या की आशंका
हत्याकांड के आरोपी अशफाक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा कि लखनऊ कोर्ट में पेश होने पर उसकी जान को खतरा है, लिहाजा लखनऊ में चल रहे मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी की योगी सरकार को नोटिस जारी किया है। 18 अक्टूबर को लखनऊ में कमलेश तिवारी की उसकी घर में बने कार्यालय में बेरहमी हत्या कर दी गई थी। मामले के मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन उर्फ फरीद पठान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने 13 लोगों को हत्या और साजिश रचने का आरोपी बनाया है। मुख्य आरोपियों में अशफाक और मोईनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने पकड़ा था। बाकी के आरोपी पठान, रशीद, फैजान, मोहसिन, सलीम, शेख आसिफ, कामरान, कैफी, नावेद, रईस और जाफर सादिक को बाद में पकड़ा गया था।
भगवा कुर्ता पहन कर पहुंचे थे हत्यारे
बता दें, हत्यारे भगवा कुर्ता और जींस पहन कर कमलेश तिवारी से मिलने पहुंचे थे। उनके हाथ में मिठाई का डिब्बा था, जिसमें चाकू और कट्टा था। पुलिस जांच में हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े। जांच में ये बात भी सामने आई कि कमलेश तिवारी के एक आपत्तिजनक बयान की वजह से हत्या की साजिश रची गई। प्लानिंग के तहत उनके घर पर ही उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया था।
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