प्रयागराज हिंसा : मायावती ने बुलडोजर कार्रवाई को बताया अनुचित, बोलीं- बेगुनाह पिस रहे हैं, कोर्ट ले संज्ञान
लखनऊ, 13 जून: बसपा प्रमुख मायावती ने प्रयागराज हिंसा के आरोपियों के खिलाफ योगी सरकार की बुलडोजर की कार्रवाई को अनुचित और अन्यायपूर्ण करार देते हुए कोर्ट से इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की है। वहीं, बीजेपी से निलंबित और निष्कासित नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी को जरूरी बताया है। मायावती ने कहा कि आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढह दिए जा रहे हैं।
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बता दें, प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के 'मास्टरमाइंड' मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने रविवार को करेली में अवैध रूप से निर्मित दो मंजिला बंगला बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। मकान ध्वस्तीकरण के बाद यह बात सामने आई कि जिस मकान पर बुलडोजर चलाया गया, वह जावेद पंप की पत्नी के नाम पर था, जो उनके पिता ने उन्हें तोहफे के तौर पर दिया था।
बुलडोजर की कार्रवाई पर कोर्ट से संज्ञान लेने की मांग
बसपा प्रमुख मायावती ने इस मामले को लेकर सोमवार को तीन ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, ''यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर विध्वंस व अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय व आतंक का जो माहौल बना रही है यह अनुचित व अन्यायपूर्ण। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोर्ट जरूर संज्ञान ले।''
'समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल, तत्काल गिरफ्तारी जरूरी'
मायावती ने आगे कहा, ''जबकि समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल हैं जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ व हिंसा भड़की, उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपहास क्यों? दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात व दुर्भाग्यपूर्ण। तत्काल गिरफ्तारी जरूरी।'' मायावती ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा, ''सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढह दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों?''