कांग्रेस से दूर नहीं होंगे प्रशांत किशोर, पार्टी के लिए बनाएंगे रणनीति
प्रशांत किशोर के कांग्रेस छोड़ने की अटकलों पर लगा विराम, पीके के करीबी ने बताया खबरों को अफवाह, यूपी चुनाव के लिए पीके देते रहेंगे कांग्रेस को सेवाएं
लखनऊ। प्रशांत किशोर के कांग्रेस से दूर होने की खबरों पर विराम लग गया है, पार्टी के शीर्ष नेता का कहना है कि यूपी और पंजाब के चुनावों में पीके मुख्य रणनीतिकार की भूमिका में रहेंगे।
बिना
लेन-देन
गठबंधन
नहीं
हो
सकता
है-
अजीत
सिंह
पार्टी
के
भीतर
उठने
लगी
आवाज
ऐसी
अटकलें
थीं
कि
पार्टी
के
भीतर
प्रशांत
किशोर
के
खिलाफ
उठ
रही
आवाज
के
बीच
पीके
कांग्रेस
का
दामन
छोड़
सकते
हैं,
लेकिन
अब
उनके
कांग्रेस
से
दूर
होने
पर
संशय
खत्म
हो
गया
है।
प्रशांत
किशोर
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
और
नीतीश
कुमार
के
लिए
चुनावी
रणनीति
बना
चुके
हैं।
गठबंधन
की
कोशिश
में
पीके
पिछले
हफ्ते
प्रशांत
किशोर
ने
दो
बार
सपा
मुखिया
मुलायम
सिंह
से
मुलाकात
की,
यही
नहीं
उन्होंने
सोमवार
को
मुख्यममंत्री
अखिलेश
यादव
से
भी
मुलाकात
की
थी
जिसके
बाद
गठबंधन
की
सुगबुगाहट
तेज
हो
गई
थी,
लेकिन
कांग्रेस
के
यूपी
अध्यक्ष
राज
बब्बर
ने
यह
कहकर
पीके
को
झटका
दिया
था
कि
वह
पार्टी
के
सदस्य
नहीं
बल्कि
सिर्फ
रणनीतिकार
हैं,
ऐसे
में
उनका
मुलायम
सिंह
से
मिलना
व्यक्तिगत
था
पार्टी
का
इससे
कोई
लेना
देना
नहीं
है।
पार्टी
के
नेता
ही
पीके
के
खिलाफ
प्रशांत
किशोर
की
करीबी
सूत्र
की
मानें
तो
पीके
अभी
भी
कांग्रेस
के
लिए
काम
कर
रहे
हैं।
पार्टी
के
पुराने
नेता
जानबूझकर
इस
तरह
की
खबरें
मीडिया
में
प्रकाशित
कर
रहे
हैं,
जिसमें
किसी
भी
तरह
की
कोई
सच्चाई
नहीं
है।
माना जा रहा है कि जिस तरह से प्रशांत किशोर यूपी में सपा के साथ गठबंधन की कवायदों में जुटे हैं उससे पार्टी के कई नेता खुश नहीं है, जिसके चलते उनके खिलाफ पार्टी के भीतर से ही आवाज उठने लगी हैं।