ये 'कुत्ता' 41 देशों में बैन, लखनऊ में बूढ़ी मां का किया शिकार, आदमखोर ने शरीर 12 बार काटा
'सबसे अच्छा दोस्त' होने का दर्जा लेकिन आक्रामक होने पर शरीर पर दिए 12 घाव। मदद के चीखती रही बेबस मां। बेटे को अनाथ बना गया पिटबुल ब्राउनी।
लखनऊ, 13 जुलाई : 'इंसान का सबसे अच्छा दोस्त' अगर खूंखार बन जाए तो इसे क्या कहा जाएगा ? शायद बुरी किस्मत, लेकिन अगर ऐसी किस्मत किसी को अनाथ बना जाए तो भावुक होना लाजमी है। 'बाहुबली' बनने का ख्वाब पाले बेटा पूरा दिन अपने शरीर को सुडौल बनाने में मेहनत करता। देश-प्रदेश में नाम भी रौशन हुआ, शोहरत के साथ अवॉर्ड भी मिले। लेकिन किस्मत इस बेटे को अनाथ बना गई। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक पिटबुल 41 देशों में बैन है, लेकिन भारत में नहीं। लखनऊ की बूढ़ी मां कुत्तों को खाना देने गई थीं, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि पालतू पिटबुल आदमखोर बन उनकी सांसें रोक देगा। रुह कंपाने वाली ये कहानी लखनऊ के कैसरबाग की है। (तस्वीरें साभार इंस्टाग्राम @amittripathi220)
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बॉडी बिल्डिंग और कुत्तों का शौक
पालतू जानवरों को घरों में रखने के शौकीन लोग न जाने कितनी मेहनत से अच्छी ब्रीड के कुत्ते और अन्य पेट्स पालते हैं। कुत्तों को इंसान का 'सबसे अच्छा दोस्त' भी कहा गया है। लेकिन न जाने किस कारण इस सबसे अच्छे दोस्त ने अपने मालिक को ही अनाथ बना दिया। लखनऊ के अमित त्रिपाठी को बॉडी बिल्डिंग के अलावा पेट्स का भी शौक है। उन्होंने अपने घर में पिटबुल प्रजाति का कुत्ता पाला है।
खून का प्यासा बना सबसे अच्छा दोस्त
अमित त्रिपाठी की 82 वर्षीय मां सुशीला त्रिपाठी घर में अकेले रहती थीं। रिटायर्ड टीचर सुशीला ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिस कुत्ते को उनका लाडला अमित इतने प्यार से रखता है, केयर करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखता, वही उनके खून का प्यासा बन जाएगा। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ के कैसरबाग में सुशीला त्रिपाठी पिटबुल ब्रीड के कुत्ते ब्राउनी और अपने बेटे के साथ रहती थीं।
तीन साल पहले घर आई थी ब्राउनी
खबर के मुताबिक ब्राउनी सुशीला त्रिपाठी के लिए मंगलवार को काल बन गई। घर में सुशीला के अलावा ब्राउनी और दूसरा लैब्राडोर ब्रीड का कुत्ता था। अमित ब्राउनी को तीन साल पहले घर लाए थे। उसने मंगलवार को सुशीला त्रिपाठी पर सुबह 6 बजे अचानक हमला कर दिया। पालतू ब्राउनी आदमखोर बन गई और उसने सुशीला त्रिपाठी के पूरे शरीर पर 12 घाव दिए।
गर्दन से पेट तक 12 घाव
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सुशीला के शरीर पर गर्दन से लेकर पेट तक कुल 12 गंभीर घाव पाए गए। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में पड़ोसियों के मुताबिक कहा गया, सुबह करीब छह बजे उन्होंने कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनी। मदद के लिए सुशीला चिल्ला रही थीं। बेटा अमित घर पहुंचा और दरवाजा खोलने पर मां को गंभीर रूप से घायल पाया।
Pitbull ब्रीड का कुत्ता 41 देशों में बैन
लखनऊ की रूह कंपाने वाली इस घटना पर दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में बताया गया है कि बूढ़ी सुशीला त्रिपाठी दोनों पालतू कुत्तों को खाना खिलाने गई थीं, तभी पिटबुल बंधा न होने के कारण अचानक अटैक कर देता है। खबर में ये भी कहा गया है कि पिटबुल प्रजाति का कुत्ता इतना खतरनाक है कि 41 देशों ने इसे बैन कर रखा है। हालांकि भारत में पिचबुल ब्रीड के कुत्ते पर प्रतिबंध नहीं है। जिन देशों में प्रतिबंध है इनमें अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, कनाडा, इटली और फ्रांस जैसे देश शामिल हैं।
अनाथ हो गया 'बाहुबली'
बूढ़ी शिक्षिका सुशीला मदद के लिए चीखती रहीं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। चीख सुनकर पड़ोसियों ने मदद का प्रयास किया, लेकिन घर अंदर से लॉक था। अमित को बुलाया गया। खून से लथपथ सुशीला को बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टर सुशीला को बचा नहीं सके और 'बाहुबली' जिम ट्रेनर अमित अनाथ हो गए।