सैटेलाइट फोन, हथियारों से लैस रहती है मुख्तार की ये एंबुलेंस, यूपी के पूर्व डीजीपी का बड़ा खुलासा
लखनऊ। पंजाब में यूपी के नंबर की एंबुलेंस का इस्तेमाल माफिया मुख्तार अंसारी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है। इस एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन भी खत्म हो चुका है। एंबुलेंस की फिटनेस भी साल 2017 में एक्सपायर हो चुकी है। इधर, यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल ने मुख्तार अंसारी की लग्जरी बुलेटप्रूफ एंबुलेंस को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि ये मामूली एंबुलेंस नहीं, बल्कि मुख्तार का चलता फिरता किला है। बृजलाल के मुताबिक, इस एंबुलेंस के जरिए मुख्तार अंसारी अपने कारनामों को अंजाम देता रहा है। इस एंबुलेंस में सैटेलाइट फोन, हथियार, असलहे और गुर्गे भी रहते हैं। यही नहीं एंबुलेंस का ड्राइवर मुहम्मदाबाद का रहने वाला सलीम भी मुख्तार का बेहद करीबी है। ये एंबुलेंस उत्तर प्रदेश में भी जेल के बाहर खड़ी रहती थी। जिसके साथ आगे पीछे गाड़ी से गुर्गे भी चलते थे।
यूपी की नंबर से मोहाली कोर्ट पहुंचा था मुख्तार अंसारी
बता दें, पंजाब में मोहाली कोर्ट में पेशी के दौरान नजर माफिया मुख्तार अंसारी यूपी के नंबर की एंबुलेंस से पहुंचा था। पता चला है कि जिस अस्पताल के नाम से एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन है, वह मौजूद ही नहीं है। एंबुलेंस का नंबर UP 41 AT 7171 है, जिसकी रजिस्ट्रेशन की मियाद साल 2015 में ही खत्म हो चुकी है। एंबुलेंस की फिटनेस भी साल 2017 में एक्सपायर हो चुकी है। बाराबंकी स्वास्थ्य विभाग के पास भी एंबुलेंस को लेकर कोई जानकारी नहीं है। यूपी में एंबुलेंस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी का बयान है कि मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने वाली एंबुलेंस उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल से नहीं जुड़ी है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा और कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना
मुख्तार की इस एंबुलेंस को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यूपी सरकार के मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस मामले में कांग्रेस और सपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कहा है कि सपा और कांग्रेस सरकारों ने मुख्तार अंसारी का समर्थन किया, जिसका परिणाम है कि आज सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया है। वह कैसे निजी एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहा था? यह बड़ा सवाल है। एंबुलेंस एक अस्पताल के नाम पर है। सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच के बाद कार्रवाई करेंगे। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार को भी बयान देना चाहिए कि आखिर निजी एंबुलेंस का इस्तेमाल मुख्तार अंसारी पंजाब में कैसे कर रहा है। इसकी भी जांच होनी चाहिए।
यूपी नंबर की 'एक्सपायरी' एंबुलेंस से मोहाली कोर्ट पहुंचा था मुख्तार अंसारी, खड़ा हुआ नया विवाद