भुखमरी की कगार में यूपी में शुगर मिल के कर्मचारी, 760 ने मांगी इच्छामृत्यु
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की हालत किसी से नहीं छिपी है। गन्ने का उचित मूल्य नहीं मिलने के चलते किसानों के साथ सुगर मिल में काम कर रहे कर्मचारी भी बदतर जीवन जीने को मजबूर हैं।
यूपी के बस्ती जिले में कई सुगर मिलों में काम ठप्प पड़ा है जिसके चलते कर्मचारियों का जीवन यापन मुश्किल में पड़ गया है। लिहाजा मिलों को फिर से चलाने के लिए मिल कर्मियों ने आमरण अनशन शुरु कर दिया है।
शुगर मिल कर्मचारी किस कदर आहत हैं इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 760 कर्मियों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है।
गौरतलब है कि चीनी मिलों ने लगातार हो रहे घाटे के चलते मिलों को बंद करने का ऐलान किया था। मिल मालिकों का आरोप है कि सरकार किसानों को खुश करने के लिए गन्ने के दाम तो बढ़ा देती है, जिसका खामियाजा मिल को भुगतना पड़ता है।
पिछले कई महीनों से मिल कर्मचारी अनशन पर हैं। जिसके चलते वो भुखमरी की कगार पर आ गये हैं। आपको बता दें कि बस्ती में 80 फीसदी लोग सुगर मिलों में काम करते हैं। ऐसे में इन कर्मचारियों पर जीवन यापन का संकट मंडरा रहा है।