IAS रानी नागर के इस्तीफे पर मायावती ने किया ट्वीट, खट्टर सरकार से पूछा यह सवाल
लखनऊ। 2014 बैच की आईएएस अधिकारी रानी नागर के इस्तीफे पर सियासी घमासान छिड़ गया है। बुधवार (6 मई) को उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर हरियाणा सरकार से निशाना साधते हुए सवाल पूछा है। इसके साथ ही बसपा ने एलान किया है कि वह आईएएस रानी नागर के साथ है।
मायावती ने ट्वीट कर खट्टर सरकार से पूछा सवाल
बुधवार के बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर सवाल किया है। उन्होंने लिखा, 'हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को, 'नौकरी के दौरान अपनी जान को खतरे' के कारण अन्ततः अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों?"
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‘आईएएस रानी नागर के साथ है बसपा'
मायावती से पहले बसपा के दादरी विधानसभा के प्रभारी नरेंद्र भाटी ने मंगलवार को आईएएस रानी नागर के इस्तीफे पर रोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि बसपा आईएएस रानी नागर के साथ है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को इस प्रकरण से अवगत कराया गया है।
FB पोस्ट के बाद हलचल मच गई थी
दरअसल, हरियाणा कैडर की आईएएस (IAS) अफसर रानी नागर ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। रानी नागर मूल रुप से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की रहने वाली है। रानी नागर ने कुछ दिनों पहले ही अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट डालकर इस्तीफा देने की बात कही थी। उनकी इस पोस्ट के बाद अफसरशाही में हलचल मच गई थी। उन्होंने अपनी व बहन रीमा नागर की जान को खतरा भी बताया था।
जान को बताया था खतरा
रानी ने 17 अप्रैल को अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें उन्होंने व रीमा नागर ने जान को खतरा बताते हुए लोगों से अपील की है। बता दें कि रानी जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते हुए तत्कालीन एसीएस सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न के आरोप लगाकर सुर्खियों में आई थी। उन्होंने सीएम व मुख्य सचिव को इस बारे में पत्र भी लिखा था। रानी 14 नवंबर 2018 से अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व 7 मार्च 2020 से निदेशक आर्काइव का जिम्मा सभाल रही थी।
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