मायावती ने कहा- प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन से उड़ी भाजपा की नींद, खुलकर कर रही सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग
लखनऊ, 04 अगस्त: मायावती ने प्रदेश में चल रहे बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के खिलाफ भाजपा सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। बसपा सु्प्रीमो ने बुधवार को कहा कि भाजपा सरकार ने इस कार्यक्रम पर नई शर्तें और पाबंदी लगाना शुरू कर दिया है। बसपा इसकी निंदा करती है। मायावती ने कहा कि बसपा का प्रबुद्ध वर्ग का कारवां न तो रुकने वाला है और नहीं झुकने वाला है। बल्कि हर तरह की सरकारी अड़चनों व बाधाओं का सामना करते हुए आगे बढ़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि इसके स्वरूप को विस्तार देने के लिए अब गांव-गांव तक ले जाया जाएगा और ब्राह्मण समाज से जोड़ा जाएगा, जिसका परिणाम आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।
मायावती ने कहा- भाजपा सहित अन्य सभी पार्टियों की नींद उड़ी हुई है
मायावती ने कहा, मेरे दिशा निर्देशन में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में बीएसपी द्वारा प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान, सुरक्षा, तरक्की आदि को लेकर विचार संगोष्ठी के कार्यक्रम प्रदेश के जिलो में चल रहे हैं। ये कार्यक्रम 23 जून से खासकर ब्राह्मण समाज की धार्मिक भावनाओं को लेकर अयोध्या से शुरू किया गया है। इन कार्यक्रमों के सफलता की चर्चा देशभर के मीडिया में काफी हो रही है। इससे भाजपा सहित अन्य सभी पार्टियों की नींद उड़ी हुई है।
'भाजपा ने इसको अपने लिए खतरे की घंटी मान लिया है'
मायावती ने कहा कि बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को भारी सफलता मिल रही है, जिसकी चर्चा पूरे मीडिया जगत में हो रही है। इस वजह से भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य विपक्षी पार्टियों की नींद उड़ी हुई है।इस अंदाजा उनकी ओर से की जा रही बयानबाजी और प्रतिक्रियाओं से लगाया जा सकता है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि प्रयागराज, अम्बेडकर नगर, काशगंज, मथुरा व आगरा आदि जिलों में बसपा के इस प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन की भारी सफलता से भाजपा ने इसको अपने लिए खतरे की घंटी मान लिया है।
भाजपा पर लगाया सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप
मायावती ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार बसपा के इस कार्यक्रम के खिलाफ सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल कर रही है। मायावती ने कहा कि बसपा के इन प्रबुद्ध वर्ग का सम्मेलनों का आयोजन सरकार की अनुमति के बाद और कोरोना नियमों के पूरे नियमों के साथ ही कराया जाता है, लेकिन भाजपा सरकार ने 'खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे' की तर्ज पर इस सम्मेलन पर नई शर्तें व पाबंदियां लगाकर इसे बांधना शुरू कर दिया है।