सितंबर में UP चुनाव के रण में 1 लाख दल-बल के साथ उतरेगी BJP
लखनऊ। यूपी चुनावों के लिए भले ही भारतीय जनता पार्टी ने अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा ना की हो लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनावों में अपनी फौज की तैयारी को लेकर पूरी ताकत जरूर झोंक रहे हैं।
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पिछले महीने अमित शाह ने बैठक कर बनायी योजना
यूपी विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के पास 119000 बूथ वर्कर की फौज तैयार है जिसके दम पर पार्टी अन्य दलों को धूल चटाने की तैयारी कर रही है। पिछले महीने अमित शाह ने छह जोन की बैठक करके यह फैसला लिया है कि सितंबर माह में वह अपनी एक लाख बूथ वर्कर की फौज को मैदान में उतारेंगे।
अगले महीने 1 लाख बूथ वर्कर उतरेंगे मैदान में
भाजपा की चुनावी रणनीति की कमान थामे एक विश्वसनीय सूत्र का कहना है कि हमने अगले चुनावों को ध्यान में रखते हुए एक लाख वर्कर को विभिन्न जिम्मेदारियो के साथ फील्ड में भेजने का निर्णय लिया है। उन्हें संगठन द्वारा उनके काम को समझा दिया गया है और सितंबर माह में इस काम को रफ्तार देने को कहा गया है।
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जिन पांच कार्यक्रमों के लिए इन्हें तैयार किया गया है वह मुख्य रूप से आगामी चुनाव से संबंधित है, इसे विधानसभा के बूथ स्तर पर क्रियांन्वयित किया जाएगा। जो मीटिंग पिछले महीने हुई थी उसमें विधानसभा के बूथ वर्कर, जिले के बूथ वर्कर व युवा कार्यकर्ता व महिलायें भी शामिल थी।
हर स्तर के लिए बनी है योजना
हर दो संसदीय क्षेत्र के लिए एक ओबीसी मीट, जबकि प्रदेश के चार हिस्सों के लिए चार परिवर्तन यात्रायें निर्धारित की गयी है। सूत्रों के मुताबिक यूपी भाजपा के जनरल सेक्रेटरी सुनील बंसल जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह के साथ अहम भूमिका निभायी थी ने राज्य के कई हिस्सों में मीटिंग करके कार्यकर्ताओं को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में बताया और उसके निर्वहन के निर्देश भी दे दिये हैं।
5000 लोग संभालेंगे सोशल मीडिया पर मोर्चा
इन तमाम भाजपा के पारंपरिक कार्यक्रमों के इतर भाजपा सोशल मीडिया पर भी अपना अभियान शुरु करने जा रही है। यह कार्यक्रम भी अगले महीने के पहले हफ्ते से शुरु कर दिया जाएगा। इसके लिए अमित शाह 3 सितंबर को लखनऊ में प्रदेश की सोशल मीडिया की टीम के साथ बैठक भी करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक इसके लिए कुल 5000 आईटी वालंटियर की मदद ली जाएगी, जिसमें 3500 भाजपा कार्यकर्ता व 1500 वालंटियर होंगे, जोकि 2017 का पूरा सोशल मीडिया अभियान संभालेंगे। हर संसदीय क्षेत्र से पांच कार्यकर्ता व जिले से 10 कार्यकर्ता प्रदेशभर में पार्टी के अभियान को सोशल मीडिया पर प्रसारित करेंगे।
अन्य दलों के 350 नेताओं को भाजपा में शामिल किये जाने का लक्ष्य
प्रदेश के वोट बैंक का रुझान अपनी ओर करने के लिए भाजपा ने संगठित रूप से योजना तैयार की है। इस रणनीति के अनुसार पार्टी को खुद को सपा की मुख्य प्रतिद्वंदी के तौर पर खुद को आगे करेगी। इसके लिए पार्टी ने पार्टी ने बसपा, सपा और अन्य पार्टियों से 350 नेताओं को भाजपा में शामिल किये जाने की भी योजना बनायी है। इसके लिए स्थानीय नेताओं की मदद ली जा रही है।
पार्टी के राज्य के नेताओं ने फैसला लिया है कि प्रदेश में पार्टी की महत्ता और मौजूदगी को बढ़ाने के लिए स्थानीय लोगों की जरूरत के आधार पर फैसले लेने को कहा है। साथ ही अन्य पार्टियों के नेताओं के भाजपा में शामिल होने से लोगों के भीतर यह संदेश भेजने की कोशिश की जाएगी कि पार्टी मजबूत हो रही है। हाल ही में अन्य पार्टियों से बड़े नेताओं की भाजपा में आने को इसी नीति के तहत माना जा रहा है।
हाल के प्रदर्शन पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा
पार्टी ने जिस तरह से लखनऊ में बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया वह यह दिखाने की कोशिश थी कि हम प्रदेश में मुख्य विपक्ष हैं। इसी नीति के तहत हर पुलिस स्टेशन पर भी प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन की योजना बनायी गयी थी।