Sachin Pilot : शांति धारीवाल के 'गढ़' से वसुंधरा के 'किले' में पहुंच सचिन पायलट ने दिया ये संदेश
Sachin Pilot Kota Visit : राजस्थान कांग्रेस संकट थम सा गया है। ना अशोक गहलोत ने सीएम की कुर्सी छोड़ी ना ही सचिन पायलट की ताजपोशी हुई। राजस्थान की सियासी सरगर्मी के बीच कांग्रेस चुनावी दौरे के मोड में नजर आ रही है। इसकी एक झलक पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के हाड़ौती अंचल के दौरे से देखने को मिल रही है।

सचिन पायलट ने अशोक गहलोत खेमे से सचिन पायलट के खिलाफ बगावत का झंडा उठाने वाले यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के 'गढ़' माने कोटा और भाजपा नेता व पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया के 'किले' माने झालरापाटन तक का दौरा किया है।
सोमवार को हाड़ौती दौरे में सचिन पायलट ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। यहां तक कह डाला कि दिल्ली की सत्ता में बैठकर लोगों को धर्म के नाम पर लड़ाया जा रहा है। सचिन पायलट कोटा के सांगोद से विधायक भरत सिंह व झालावाड़ में पूर्व विधायक मीनाक्षी चंद्रावत से मिलने उनके घर पहुंचे। इनसे पहले चार अक्टूबर को सचिन पायलट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मिलने भी उनके घर गए थे।
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इधर, हाड़ौती के दौरे पर सचिन पायलट सबसे पहले कोटा आए और फिर सड़क मार्ग से भाजपा नेता वसुंधरा राजे सिंधिया के विधानसभा क्षेत्र झालरापाटन पहुंचे। रास्ते में कई जगहों पर सचिन पायलट का स्वागत किया गया। राजनीति के जानकार इसे सचिन पायलट के चुनावी दौरों की शुरुआत मान रहे हैं।
झालावाड़ से कोटा लौटते समय सचिन पायलट कोटा में गुमानपुरा स्थित सांगोद विधायक भरत सिंह के घर पहुंचे। वहां करीब एक घंटे तक दोनों नेताओं के बीच अकेले में बातचीत हुई। विधायक भरत सिंह के बारे में कहा जाता है कि वे अशोक गहलोत या सचिन पायलट में से किसी के गुट में नहीं हैं।