कानपुर MMS कांड: आरोपी के मोबाइल में मिले कई वीडियो, अब कोर्ट ने तीन आरोपियों को भेजा न्यायिक हिरासत में
कानपुर MMS कांड: आरोपी के मोबाइल में मिले कई वीडियो, अब कोर्ट ने तीन आरोपियों को भेजा न्यायिक हिरासत में
कानपुर, 01 अक्टूबर: साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं के नहाते हुए बाथरूम में अश्लील वीडियो बनाने के मामले पुलिस ने हॉस्टल के केयर टेकर मनोज पांडेय और वार्डन सीमा पाल को भी गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस मामले में मुख्य आरोपी ऋषि को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं, पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर का दावा है कि आरोपी के मोबाइल में कुछ वीडियो मिले हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच कराने के लिए मोबाइल को भेज गया है।
यह मामला कानपुर नगर के रावतपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, हॉस्टल के एक कर्मचारी ऋषि को गुरुवार को छात्राओं ने एक छात्रा का नहाते हुए वीडियो बनाते रंगेहाथ पकड़ लिया। जिसकी शिकायत उन्होंने हॉस्टल की वार्डेन सीमा पाल से की। लेकिन उसने पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 10 से 12 छात्राओं ने थाने पहुंचकर शिकायत की कि सफाई कर्मी ऋषि द्वारा नहाते हुए छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाता है। गुरुवार को यह मामला पुलिस के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने सफाई कर्मी ऋषि को गिरफ्तार कर लिया था।
छात्राओं द्वारा पुसिल की गई शिकायत के बाद हॉस्टल का केयर टेकर मनोज पांडेय और वार्डन सीमा समेत हॉस्टल के सभी पुरुष कर्मचारी फरार हो गए। छात्राओं का कहना है कि हॉस्टल में पांच पुरुष कर्मचारी हैं और इस गर्ल्स हॉस्टल में 55 लड़कियां रहती हैं। तो वहीं, यह मामला सामने आने के बाद रातों-रात लड़कियों ने भी हॉस्टल खाली कर दिया और अपने घर लौट गईं। अब पुलिस ने हॉस्टल का केयर टेकर मनोज पांडेय और वार्डन सीमा को शुक्रवार को पकड लिया। जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की मानें तो इस मामले में दर्ज एफआईआर में दो धाराएं और बढ़ाई गई हैं। वहीं, मोबाइल में कुछ वीडियो मिले हैं, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि हम कर्मचारी के मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज रहे हैं, जो भी तथ्य होगा वो सामने आएगा। विवेचना के दौरान तथ्यों पर कार्रवाई होगी। इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि हॉस्टल में जो एसपी सुरेंद्र तिवारी के नाम की नेम प्लेट लगी है, उनसे बात हुई है। उन्होंने बताया है कि उनका इस बिल्डिंग से कोई लेना देना नहीं है। यह बिल्डिंग किसी सोमानी की है, नाजायज फायदा लेने के लिए नेम प्लेट लगा रखी थी। फिलहाल इस मामले की हम जांच करेंगे।