जोधपुर में हिरण को बचाने के लिए 4 शिकारियों से अकेला भिड़ गया 16 साल का मुकेश बिश्नोई, देखें वीडियो
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर से हिरण के शिकार की चौंकाने वाली खबर आई है। यहां एक हिरण को बचाने के लिए अकेला लड़का चार शिकारियों से भिड़ गया।
रात को कर रहे थे शिकार
जानकारी के अनुसार गांव बालेसर में दसवीं का छात्र 16 साल का किशोर मुकेश बिश्नोई 10 मई की रात साढ़े आठ बजे अपने दोस्त के साथ गांव के उसी स्कूल के पास खड़ा था। तभी अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दी। मुकेश अपने दोस्त के साथ उसी ओर भागा। जिस तरफ से गोली चलने की आवाज आई थी।
मुकेश ने शिकारी को पकड़ लिया
पता चला कि गांव के बाहरी छोर पर 4 बंदूकधारी शिकारी एक हिरण का शिकार कर रहे थे। मुकेश बिश्नोई अपने दोस्त के साथ शिकारियों का पीछा किया। हिरण को बचाने के लिए 16 साल का मुकेश उन चारों शिकारियों से भिड़ गया। इस दौरान तीन शिकारी वहां से भाग गए। अपनी जान की परवाह ना करते हुए मुकेश ने शिकारी को पकड़ लिया और उसकी बंदूक छीन ली।
फिर भी नहीं बचा पाया हिरण को
मुकेश बिश्नोई ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ काफी देर तक शिकारियों का पीछा करता रहा, लेकिन वो उनकी पहुंच से बहुत दूर चले गए। इसके बाद वन विभाग और पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। अपनी जान जोखिम में डालने के बावजूद अकेला मुकेश हिरण को तो नहीं बचा पाया, लेकिन उसका ये कारनामा सोशल मीडिया पर छा गया।
सोशल मीडिया पर बना हीरो
इंडियन फोरेस्ट सर्विस के अधिकारी प्रवीण कासवां किशोर की बहादूरी का किस्सा अपने ट्विटर पर शेयर किया। इसके बाद इंडियन फोरेस्ट सर्विस भी अपने ऑफिशियल अकाउंट पर इस ट्वीट को शेयर किया और देखते ही देखते 16 साल का मुकेश बिश्नोई सोशल मीडिया का हीरो बन गया। जोधपुर का बालेसर गांव बिश्नोई बहुल इलाका है।
वन्यजीवों की रक्षा करता है बिश्नोई समाज
यही वजह है यहां बड़ी संख्या में हिरण रहते हैं। हिरण के शिकार को रोकने में राजस्थान में बिश्नोई समाज का विशेष महत्व है। समाज के कई लोग हिरणों को बचाने के प्रयास में शिकारियों की गोली के शिकार हो चुके है। राजस्थान के बिश्नोई बाहुल्य इलाकों में हिरणों की संख्या सबसे अधिक पाई जाती है।
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