वैष्णो देवी भगदड़: जांच पैनल का गठन, 7 दिनों के भीतर कमेटी देगी रिपोर्ट
कटरा, 01 जनवरी: नए साल मौके पर जम्मू में माता वैष्णो देवी भवन में देर रात (1 जनवरी) बड़ा हादसा हो गया। माता रानी के दर्शन के लिए पहुंचे भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ में अचानक भगदड़ मच गई, जिसकी वजह से 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 लोग घायल हो गए। घटना देर रात 2.45 बजे की बताई जा रही है। वहीं अब इस घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया गया है, जिसको 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
माता वैष्णो देवी मंदिर में शनिवार को भगदड़ की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया गया है। जम्मू के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों में हुई इस घटना के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की ओर से जांच पैनल का गठन किया गया है। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार पैनल को एक हफ्ते के भीतर जम्मू-कश्मीर प्रशासन को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, "कमेटी घटना (भगदड़) के कारणों / कारणों की विस्तार से जांच करेगी और खामियों को बताएगी और इसकी जिम्मेदारी तय करेगी।"
इस जांच पैनल में प्रमुख प्रमुख सचिव (गृह) हैं और इसमें जम्मू संभागीय आयुक्त राघव लंगर और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, जम्मू मुकेश सिंह शामिल हैं। वहीं भगदड़ के बीच एक मुख्य कारण भक्तों के दो गुटों के बीच हाथापाई बताया जा रहा है। श्राइन बोर्ड प्रशासन ने अपने एक बयान में बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना तीर्थयात्रियों के दो समूहों के बीच हाथापाई के कारण हुई है, जिसमें कुल 12 तीर्थयात्रियों की जान चली गई और 16 अन्य घायल हो गए।
इससे पहले पुलिस ने कहा था कि ज्यादातर तीर्थयात्रियों की मौत दम घुटने से हुई है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दावा किया कि घटना भ्रम या शायद किसी विवाद के कारण हुई। सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा कि घटनास्थल से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कुछ लड़कों के बीच मामूली कहासुनी हुई थी और कुछ ही सेकंड में भगदड़ मच गई।