बडगाम में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद आतंकियों ने पुलवामा में मारी SPO को गोली
श्रीनगर, 13 मई। जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडित की सरकारी दफ्तर में घुसकर हत्या का मामला सामने आया है। जिस कश्मीरी पंडित की हत्या की गई है उसकी पहचान राहुल भट्ट के रूप में हुई है। राहुल भट्ट सरकारी कर्मचारी हैं, उन्हें आतंकियों ने बडगाम स्थित तहसीलदार ऑफिस में घुसकर गोली मार दी। घटना के बाद राहुल भट्ट को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर हालत में मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि बंदूकधारी बडगाम स्थित चदूरा स्थित तहसील ऑफिस में घुसे और राहुल भट्ट को गोली मार दी। राहुल यहां क्लर्क के पद पर तैनात थे। राहुल भट्ट बडगाम में ही शेखपुरा इलाके में स्थित विस्थापितों की कॉलोनी में रहते थे। वहीं पुलवामा में आतंकियों ने एसपीओ रिया अहमद थोकर को गोली मार दी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
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भाजपा के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने इस हत्या की निंदा की है। उन्होंने कहा कि राहुल भट्ट राजस्व विभाग में नौकरी कर रहे थे। यह घटना बर्बर, कायराना है और आतंकियों की हताशा को दर्शाती है। हमलावरों को जरूर सजा मिलनी चाहिए। जम्मू कश्मीर पुलिस का कहना है कि गोली लगने के बाद राहुल भट्ट को तुरंत श्रीनगर स्थित एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन यहां उनकी मृत्यु हो गई। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इस घटना में दो आतंकी शामिल हैं, जिन्होंने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है और पिस्तौल से राहुल पर हमला किया। इस हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स ने ली है।
बता दें कि कश्मीर टाइगर्स ने इस हमले के बाद एक संदेश जारी किया है। हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कश्मीर टाइगर्स की ओर से कहा गया है कि द कश्मीर टाइगर्स चदूरा बडगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी लेता है। राहुल भट्ट भ्रष्ट था और वह लोगों से घूस लेता था। कश्मीर टाइगर्स सभी सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी देता है कि वह कश्मीरी लोगों का शोषण ना करें, अन्यथा इसके गंभीर परिणााम होंगे।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं इस हमले की खुले शब्दों में निंदा करता हूं। राहुल सरकारी कर्मचारी थे और तहसील ऑफिस में नौकरी करते थे। लोगों को चुनकर उनपर हमला जारी है और इससे लोगों के बीच डर बढ़ रहा है। राहुल के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इस युवा व्यक्ति की पूरी जिंदगी पड़ी थी, लेकिन आज इस बर्बर घटना ने उसकी जिंदगी को खत्म कर दिया। राहुल की आत्मा को शांति मिले। वहीं एलजी मनोज सिन्हा और अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस हत्या की निंदा की है।