राजीव सिंह शेखावत : राजपूत परिवार का इकलौता बेटा सीमा पर शहीद, 18 को बर्थडे, अगले साल रिटायरमेंट
जयपुर। राजीव सिंह शेखावत...। राजस्थान का वो बहादुर जवान और राजपूत परिवार का इकलौता बेटा जो सरहद पर पाकिस्तान के नापाक इरादों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए शहीद हो गया। लांस नायक शहीद राजीव सिंह शेखावत मूलरूप से राजस्थान के जयपुर के लुहाकना खुर्द के रहने वाले थे। शनिवार को जम्मू कश्मीर में पुंछ के दिगवार सेक्टर में पाकिस्तानी की ओर से हुई गोलाबारी में शहीद हो गए। सोमवार को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। दस वर्षीय बेटे ने चिता को मुखाग्नि दी।
5 राजपूत रेजिमेंट में थे राजीव
बता दें कि राजीव सिंह शेखावत भारतीय सेना की 5 राजपूत के रेजिमेंट में थे। शनिवार शाम चार बजे पाकिस्तान ने भारतीय सेना की चोकियों और ग्रामीण इलाकों को निशाना बनाकर गोलाबारी की, जिसमें भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना की चार चौकियां तबाह हो गई थी और कई जवान मारे गए थे।
राजपूत रेजिमेंट के तीन जवान घायल हो गए थे
राजपूत रेजिमेंट के तीन जवान घायल हो गए थे। उपचार के दौरान राजीव सिंह शहीद हो गए। रविवार को पुंछ के जिला अस्पताल राजा सुखदेव सिंह में पोस्टमार्टम के बाद सेना मुख्यालय में अंतिम विदाई देकर पार्थिव देह हेलिकॉप्टर से जयपुर के लिए रवाना की गई।
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18 को जन्मदिन, अगले साल रिटायरमेंट
बता दें कि राजीव सिंह शेखावत 2002 में सेना भर्ती हुए थे। दिसम्बर 2019 को छुट्टियों में घर आए थे। उसी समय श्रीगंगानगर में तैनात थे। आठ जनवरी को जम्मू कश्मीर लौटे थे। 18 फरवरी को राजीव का जन्म दिन है, मगर जन्मदिन से दस दिन पहले ही शहीद हो गए और तिरंगे में लिपटकर घर पहुंचे। अगले साल रिटायरमेंट था। शहीद राजीव अपने पिता के इकलौते पुत्र थे। शहीद के एक बड़ी बहन सीमा कंवर है।
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गांव में धार्मिक आयोजन स्थिगत
सांसद कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़ ने भी शहीद के घर पहुंचकर वीरांगना पत्नी उषा, पिता शंकर सिंह व अन्य परिजनों को ढांढ़स बंधाया। ब्रिगेडियर जयपानसिंह शेखावत ने बताया कि गांव में ही नवनिर्मित सीताराम मंदिर में 14 फरवरी का धार्मिक आयोजन रखा गया था। कार्यक्रम को लेकर निमंत्रण पत्र भी वितरित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सैनिक राजीव सिंह की शहादत को लेकर धार्मिक आयोजन स्थगित कर दिया गया है।