Rajasthan में जन आक्रोश यात्रा से पहले पूनिया ने साधा कांग्रेस पर निशाना, स्पीकर की दया पर टिकी हुई है सरकार
Rajasthan के सियासी घटनाक्रम में अशोक गहलोत गुट के विधायकों के इस्तीफे पर 2 माह बाद भी कोई एक्शन नहीं होने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक बार फिर विवाद छेड़ दिया है। कांग्रेस सरकार के 4 वर्ष पर भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अभियान शुरू करते हुए पूनिया ने कहा कि अभी तो तोते की जान इस्तीफे में अटकी हुई है। स्पीकर ने पिछली बार मुलाकात के दौरान आश्वस्त किया था कि मैं ऐसा फैसला दूंगा जो नजीर बनेगा। विधायकों के इस्तीफे पर अब तक कोई फैसला नहीं होना जस्टिस डिलीट, जस्टिस डिनाइड जैसा है। सरकार स्पीकर की दया से बची हुई है। हम स्पीकर से आग्रह करेंगे कि वह कोई रूलिंग अपनी तरफ से दें। जन आक्रोश यात्रा का 3 गाने रविवार को लांच किए गए। आमजन के लिए मिस्ड कॉल नंबर जारी किया गया। कांग्रेस सरकार के कुशासन को लेकर चार्जशीट जारी कर वेबसाइट लांच की गई।

जन आक्रोश यात्रा का आरोप पत्र जारी
भाजपा ने 7 बिंदुओं का आरोप पत्र कांग्रेस सरकार के खिलाफ जारी किया है। इसमें सरकार के 4 साल के शासनकाल में लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त होने के आरोप लगाए गए हैं। बेरोजगारी को लेकर कहा गया है कि देश में सर्वाधिक 30 फ़ीसदी से ज्यादा बेरोजगारी राजस्थान में है। 70 हजार बच्चों ने अलग-अलग परीक्षाएं दी है। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सदन में नौकरी का आंकड़ा एक लाख बताते हैं। पेपर तभी लीक होता है। जब सरकार वीक होती है। राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्ज माफी का वादा किया था। लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। यहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांसद किरोडी लाल मीणा, रामचरण बोहरा आदि मौजूद रहे। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शामिल नहीं होने से एक बार फिर भाजपा में गुटबाजी को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे यात्रा की शुरुआत
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर में 1 दिसंबर को जनाक्रोश यात्रा की शुरुआत 51 रथों की रवानगी के साथ करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बताया कि राजस्थान की सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों तक यह रथ जाएंगे। जयपुर से 1 दिसंबर को प्रदेश स्तर पर रवानगी के बाद 2 दिसंबर को जिलों और 4 दिसंबर को विधानसभा क्षेत्रों से रथ निकलना शुरू हो जाएंगे। 4 से 14 दिसंबर तक हर विधानसभा क्षेत्र की हर गली तक रथ जाएंगे। इस दौरान करीब 20 हजार चौपाले और नुक्कड़ सभाएं होंगी। दो करोड़ लोगों तक बीजेपी अपनी बात को जन आक्रोश रैली के जरिए पहुंचाएगी। यात्रा में एक शिकायत पेटिका भी रखी जाएगी। इसमें विधानसभा क्षेत्र के लोग अपनी शिकायतें लिखकर डालेंगे। जिन्हें चुनावी घोषणा पत्र और चार्जशीट में दर्ज करेंगे।

सरकार को बदनाम करने की कुचेष्टा
जन आक्रोश यात्रा पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश भाजपा राजस्थान सरकार द्वारा जनहित में लिए गए फैसलों से बौखलाई हुई है। प्रदेश भाजपा के नेता बंद कमरों में बैठकर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा राजस्थान की जनता से की गई वादा खिलाफी से अनभिज्ञ होकर प्रदेश की सरकार को बदनाम करने की कुचेष्टा कर रहे हैं।