राजस्थान को स्मार्ट वाटर सप्लाई मॉनिटरिंग के लिए मिला अवार्ड, डिजिटल क्रांति से जुड़ेगी महिलाएं
जयपुर, 26 अगस्त। राजस्थान को आईओटी आधारित स्मार्ट वाटर सप्लाई मॉनिटरिंग सिस्टम लगाने में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए अवार्ड दिया गया है। यह अवार्ड दिल्ली में गुरुवार को आयोजित हुए तीसरे डिजिटेक कॉन्क्लेव 2022 में दिया गया। राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने यह अवार्ड लिया। इस दौरान जोशी ने कहा कि प्रदेश सरकार डिजिटल टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल कर रही है। डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए प्रदेश सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत अधिक से अधिक गांवों में आईओटी आधारित स्मार्ट वाटर सप्लाई मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किए हैं।
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जल जीवन मिशन के तहत लगाए गए सिस्टम
जल जीवन मिशन के तहत चाइनीस जयपुर के 15 गांव में नलों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिए वाटर सप्लाई मॉनिटरिंग सिस्टम लगाए गए हैं। इस सिस्टम में पेयजल आपूर्ति की लाइन की शुरुआत की गई है। साथ ही पाइपलाइन के ब्रांच नोड और टेल नोड पर सेंसर लगाए गए हैं। इंटरनेट के जरिए सेंसर को जोड़कर डाटा आदान-प्रदान के अलावा मॉनिटरिंग की जाती है। सेंसर से पानी की शुद्धता के बारे में भी जानकारी मिलती है। इसके अलावा टेल नोड से लोगों को पहुंचने वाले पानी के फ्लो, टीडीएस, प्रेशर और क्लोरीन आदि की जानकारी मिल जाती है। इकोनामिक टाइम्स डिजिटेक कांक्लेव को संबोधित करते हुए डॉ. महेश जोशी ने कहा कि प्रदेश को पेयजल प्रबंधन के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनौतियों को स्वीकार कर उन्हें बदलते हुए पेयजल के क्षेत्र में बेहतरीन प्रबंधन किया है। आईटी कंप्यूटर जैसी डिजिटल टेक्नोलॉजी का लाभ अंतिम छोर तक के व्यक्ति को दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार 1.33 करोड़ महिला मुखिया तक स्मार्टफोन पहुंचाने जा रही है। जिसके बाद उन्हें डिजिटल क्रांति से जोड़ा जाएगा।