राजस्थान : सरकारी दस्तावेजों से हटेगी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की फोटो, अब दिखेगा अशोक चक्र
Jaipur News , जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब पिछली भाजपा सरकार के फैसलों को बदलने का दौर भी शुरू हो गया है। राजस्थान के सभी विभागों में अब दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर नहीं दिखेगी। अशोक गहलोत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी सरकारी दस्तावेजों से पंडित दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर हटाने का आदेश जारी किया है।
बताया जा रहा है कि अब Pandit Deendayal Upadhyay की तस्वीर की जगह राष्ट्रीय चिह्न अशोक चक्र होगा। दीन दयाल उपाध्याय RSS विचारक थे। इससे पहले वसुंधरा राजे की सरकार ने ये फैसला किया था कि सभी सरकारी लेटरपैड और दस्तावेजों पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की फोटो लगाई जाएगी।
राज्य सरकार ने ये निर्देश सभी विभागों के लिए जारी किया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी इस आदेश के अनुसार राज्य मंत्रिमंडल की 29 दिसंबर को हुई बैठक में किए गए फैसले के तहत ये कदम उठाया गया है।
केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य राज्यों में बीजेपी की सरकार आने के बाद कई योजनाओं और जगहों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम कर दिया गया था। इसमें उत्तर प्रदेश के मुगलसराय स्टेशन का बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय किया जाना काफी चर्चा में रहा।
निशुल्क दवा वितरण योजना
राजस्थान में पूर्व की सरकारों की योजनाओं के नाम बदलने का मामला पहले भी सामने आता रहा है। इससे पहले कांग्रेस ने अपने पिछले कार्यकाल में राजस्थान में मुफ्त दवा योजना शुरू की थी, लेकिन वसुंधरा सरकार ने इसकी जगह भामाशाह योजना शुरू कर दी। अब नई सरकार का इरादा मुफ्त दवा योजना को फिर से शुरू करने का है।
राजीव गांधी सेवा केन्द्र हो गए थे अटल सेवा केन्द्र
वहीं, राजस्थान में साल 2013 में बीजेपी ने सत्ता में आते ही राजीव गांधी सेवा केंद्र का नाम बदल कर अटल सेवा केंद्र कर दिया था। ऐसे में सत्ता में आने के बाद अब कांग्रेस अपनी योजनाओं को अपना नाम देने की कवायद में जुट गई है, हालांकि बीजेपी जरुर इस मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को घेरेगी, लेकिन विपक्ष को दरकिनार कर अब Ashok Gehlot ने दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर हटाने का फैसला कर लिया है।