Rajasthan में भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश से पहले कांग्रेस को गहलोत के विद्रोह की उम्मीद नहीं थी, जानिए वजह
Congress के केंद्रीय नेतृत्व को खुली चुनौती देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को उस समय बड़ा झटका दे दिया है। जब उन्होंने अपने धुर प्रतिद्वंदी सचिन पायलट को गद्दार कह डाला। एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में गहलोत ने कहा कि हाईकमान उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बना सकता। एक ऐसा आदमी जिसके पास 10 विधायक भी नहीं हैं। जिन्होंने बगावत की उन्होंने पार्टी के साथ विश्वासघात किया। वह गद्दार हैं।
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कांग्रेस को अशोक गहलोत के खुले विद्रोह की उम्मीद नहीं थी
तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा महाराष्ट्र में अपनी यात्रा के दौरान भारी जन समर्थन पाने के बाद भारत जोड़ो यात्रा का अगला हिस्सा कठिन होगा। यह तो कांग्रेस को मालूम था। लेकिन पार्टी के रणनीतिकारों को गहलोत की तरफ से इस तरह के खुले विद्रोह की उम्मीद नहीं थी। आपको बता दें भारत जोड़ो यात्रा कश्मीर तक कुल 3575 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा अब तक 2000 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है। इस यात्रा का समापन अगले वर्ष की शुरुआत में तिरंगे झंडे को फहराए जाने के साथ श्रीनगर में होगा। भारत जोड़ो यात्रा अब राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब तथा जम्मू कश्मीर जैसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्यों में होकर गुजरेगी। जहां कांग्रेस का बहुत कुछ दांव पर लगा हुआ है।
कांग्रेस ने राहुल प्रियंका के साथ सचिन की फोटो ट्वीट की
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में प्रियंका गांधी भी शामिल हुई। यह यात्रा मध्य प्रदेश से गुजर कर आगे बढ़ रही है। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी यात्रा में शामिल हुए। कांग्रेस ने इन नेताओं की फोटो लगाकर ट्विटर हैंडल के जरिए ट्वीट किया। जब हम साथ चलेंगे तो हमारे कदम और ज्यादा मजबूत होंगे। इसी दौरान अशोक गहलोत ने अपने साक्षात्कार में सचिन पायलट के खिलाफ बेबाक बयानबाजी कर राजस्थान में तूफान खड़ा कर दिया है।
यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले गुटबाजी आई सामने
भारत जोड़ो यात्रा अगले महीने राजस्थान में प्रवेश करेगी राजस्थान में कांग्रेस के लिए बड़े संकट की स्थिति है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा सचिन पायलट की गुटबाजी का झगड़ा एक बार फिर संकट पूर्ण स्थिति में पहुंच गया है। आपको बता दें सचिन पायलट ने 2020 में एक विद्रोह का नेतृत्व किया था। जिससे अशोक गहलोत की सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई थी। वही गुर्जर समुदाय ने भी पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते हुए यात्रा में बाधा डालने की चेतावनी दे दी है। हालांकि सचिन पायलट ने इस धमकी से खुद को अलग कर लिया है। पायलट ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह यात्रा को बाधित करना चाहते हैं।
यात्रा के राजस्थान आने से पहले केसी वेणुगोपाल करेंगे डैमेज कंट्रोल
भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान आने से पहले केसी वेणुगोपाल 29 नवंबर को जयपुर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के विवाद को सुलझाने का प्रयास करेंगे। इसी प्रयास के तहत केसी वेणुगोपाल राजस्थान के विधायकों से भी बात कर सकते हैं। कांग्रेस नहीं चाहती कि किसी भी सूरत में राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा पर किसी तरह की कोई बाधा आए। इसी लिहाज से पार्टी एक-एक कदम फूंक कर रख रही है। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिन पायलट को लेकर दिए गए बयान के बाद राजस्थान की राजनीतिक स्थिति बदल गई है।