राजस्थान की गहलोत सरकार से BJP सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पूछा सवाल, पैसों कहां खर्च किया?
जयपुर, 8 मई। भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कोरोना वायरस के हालात को लेकर राजस्थान की गहलोत सरकार पर निशाना साधा है और राज्य सरकार से पूछा है कि राज्य को मिलने वाले बजट में इजाफे के बावजूद प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट और आईसीयू बेड की इतनी कमी क्यों है?
उन्होंने कहा कि 2019-20 में राजस्थान सरकार के पास खर्च करने के लिए 67 हजार 268 करोड़ रुपए थे और 2020-21 में राजस्थान सरकार के पास खर्च करने के लिए थे। पहली कोरोना लहर से दूसरी कोरोना लहर के बीच में टोटल पैसा राजस्थान सरकार के पास 1 लाख 58 हजार 231 करोड़ रुपए। प्रश्न साफ सरल इतना है कि राजस्थान सरकार ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने, आईसीयू बेड की तैयारी करने के अंदर इस 1 लाख 58 हजार करोड़ 231 करोड़ रुपए में से कितना प्रतिशत खर्च किया।
जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि राजस्थान में आज कोरोना-संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है,लेकिन इलाज के लिए जरुरी संसाधन नहीं हैं। 4 मई को इस तरह की समस्या को लेकर स्वास्थ्य अधिकारी से मिले पत्र के बाद, मैंने सांसद कोष से एक करोड़ की राशि स्वीकृत की, लेकिन ये हालत तो राजस्थान के हर जिले में होंगे।
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क्या ये हालात, जिम्मेदार राजस्थान सरकार की लापरवाही नहीं दिखा रहे? इस दौरान जयपुर ग्रामीण से भाजपा सांसद ने राजस्थान सरकार के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी से मिले पत्र का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा, 'राजस्थान सरकार के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी का पत्र मिला है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हो रही है और इसके उपचान हेतु जिला-स्तर पर जो चिकित्सकीय उपकरणों की जो कमी है। वह महसूस हो रही है।
उन्होंने 111 वस्तुओं की लिस्ट दी है, जो तकरीबन 3 करोड़ 66 लाख रुपए में आ सकते हैं। ये चार मई की चिट्ठी है और 6 मई को ही मैंने अपने सांसद कोष से एक करोड़ रुपए दिए है। आखिर रुपयों का प्रयोग कहां किया जा रहा है। अब देखना यह होगा कि गहलोत सरकार से पूछे गए इन सवालों के जवाब कब तक राज्य सरकार देती है और क्या वह पूरा हिसाब भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर के सामने रखेंगे।