Rajasthan से पहले गुजरात चुनाव में जोर आजमाइश करेंगे प्रदेश के नेता, जानिए पूरी रणनीति
Rajasthan में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के नेता गुजरात चुनाव में जोर आजमाइश करेंगे। गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर तैयारी सीटें ऐसी हैं। जहां बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानियों की मौजूदगी है या फिर उनका राजस्थान में रोटी बेटी का नाता है। इसके चलते इन सीटों पर राजस्थान के नेताओं को झोंका जा रहा है। कांग्रेस और भाजपा दोनों के बीच गुजरात में सीधा मुकाबला माना जा रहा है। इसलिए दोनों पार्टी के प्रमुख नेता यहां चुनावी कमान संभाले हैं। इन नेताओं में बड़ी संख्या में राजस्थान के नेता भी शामिल है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है वरिष्ठ पर्यवेक्षक
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात में कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। गुजरात चुनाव में उन पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। गुजरात चुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को चुनाव प्रभारी बनाया हुआ है। इसके अलावा गुजरात की 26 लोकसभा सीटों पर राजस्थान के 17 मंत्रियों और अन्य वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी बनाया गया है।
भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित 100 नेताओं को कमान
गुजरात चुनाव की 42 विधानसभा सीटों पर राजस्थान भाजपा के दो नेताओं को चुनावी कमान सौंपी गई है। राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, ओम प्रकाश माथुर, सांसद देवजी पटेल, सुशील कटारा सहित अन्य नेताओं को यहां की कमान सौंपी गई है। राजस्थान के नेता यहां चुनावी कमान से लेकर जनसभाएं करने तक का जिम्मा उठाएंगे।
सीएम गहलोत 28 अक्टूबर से 4 दिन तक करेंगे गुजरात में सभाएं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का 28 अक्टूबर से गुजरात के चुनावी दौरे पर जाने का कार्यक्रम है। गहलोत 28 से 31 अक्टूबर तक गुजरात के दौरे पर रहेंगे और इस दौरान अनेक जगह चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। गहलोत का यह दौरा गुजरात में चुनाव प्रचार का आगाज करेगा। गहलोत 5 वर्ष पहले 2017 में गुजरात चुनाव के प्रभारी थे। तब वे मुख्यमंत्री नहीं थे। गहलोत ने वहां तब बहुत से गांव शहरों में दौरे किए थे। गहलोत के प्रयासों से उन चुनावों में भाजपा को 182 में से 99 सीटों पर कांग्रेस रोक पाने में कामयाब हुई थी। अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस ने गुजरात में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है।