Weather Updates: MP के इन इलाकों में येलो-ऑरेंज अलर्ट, जानिए अगले 4 दिनों तक कैसा रहेगा मानसून
मप्र में कुछ जगहों पर प्री-मानसून की छुट-पुट बारिश होने के बाद तेज गर्मी उमस से लोग हलाकान थे। लेकिन पिछले तीन दिनों में अब मानसून अपनी रफ़्तार पकड़ रहा है। इंद्रदेव अब मेहरबान दिख रहे है।
जबलपुर, 30 जून: 'देर-आये दुरुस्त आए' की तर्ज पर मध्यप्रदेश में मानसून ने आमद दी है। राजस्थान-मध्यप्रदेश के बीच बनी ट्रफ़ लाइन की वजह से प्रदेश के इलाकों में बादल जमकर गरजे और बरसे। मालवा, निमाड़ समेत चंबल के कई इलाकों में ऑरेंज-यलो अलर्ट जारी किया गया हैं। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बुदेलखंड और महाकौशल अंचल के कई जिलों में अगले चार दिनों तक मौसम (Weather) का मिजाज बारिश वाला ही रहने वाला है।
इन क्षेत्रों में ऑरेंज और यलो अलर्ट
मप्र में कुछ जगहों पर प्री-मानसून की छुट-पुट बारिश होने के बाद तेज गर्मी उमस से लोग हलाकान थे। लेकिन पिछले तीन दिनों में अब मानसून अपनी रफ़्तार पकड़ रहा है। इंद्रदेव अब मेहरबान दिख रहे है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक राजस्थान से मध्यप्रदेश होते हुए एक ट्रफ लाइन जा रही है। जिससे प्रदेश के कई इलाकों में अच्छी बारिश होने के संकेत है। गुरूवार से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत चंबल, मालवा के कई जिलों में तेज बारिश यलो अलर्ट है। मौसम विभाग के मुताबिक रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, छिंदवाड़ा, बालाघाट, छतरपुर और निवाड़ी में भारी बारिश हो सकती है। इसके मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
अगले चार दिन महाकौशल-बुंदेलखंड पर मेहरबान मानसून
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि अगले चार महाकौशल और बुंदेलखंड के कई जिलों में गरज, चमक के साथ बारिश का सिलसिला बना रहेंगा। इसकी वजह चक्र्वातीय गतिविधियों की सक्रियता है। एक ट्रफ़ लाइन पूर्व-पश्चिम पंजाब-हरियाणा से लेकर दक्षिणी उत्तरप्रदेश, पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दक्षिणी उड़ीसा से होते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली है। जिससे दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के आसार है। इस वजह से महाकौशल बुंदेलखंड के कई जिलों में एक दिन पहले तेज बारिश हुई। आने वाले चार दिनों में भी इन्ही क्षेत्रों में अच्छी बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है।
जबलपुर में साढ़े तीन इंच बारिश
पिछले चौबीस घंटों में कई इलाकों में तेज गरज चमक के साथ कई क्षेत्रों में हुई बारिश ने लोगों को बड़ी राहत दी। जबलपुर में बुधवार को करीब साढ़े चार घंटे बादलों की झड़ी लगी तो साढ़े तीन इंच बारिश दर्ज की गई। इसी तरह छतरपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी जिले में भी बादलों ने डेरा जमाया फिर जमकर बरसे। गाज गिरने से नरसिंहपुर में एक युवक और छतरपुर में दो लोगों की मौत हो गई। ग्रामीण अन्य इलाकों में जहाँ बारिश हुई वहां भी बिजली गिरने से कई लोगों के झुलसने के ख़बरें है।
खेत की मेड़ फूटी बने बाढ़ जैसे हालात
कई जिलों में तेज बारिश आफत भी साबित हुई। शहर के कई इलाकों में जलभराव के हालात से लोग देर रात तक जूझते नजर आए। आधे से ज्यादा जबलपुर शहर जलमग्न हो गया। सड़कों और मोहल्ले गलियों में घुटने-घुटने पानी भर गया। मुख्य मार्गों पर कई वाहन भी फंस गए, जिन्हें जल स्तर कम होने बाद सुरक्षित निकाला जा सका। जबलपुर जिले में विस्थापितों के लिए एक खेत मेड़ आफत बन गई। मेड़ टूटने से खेत में भरा पानी गरीब विस्थापितों के घरोंदों को बहा ले गया। लोगों का काफी नुकसान भी हुआ है।
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