Narmada Mahotsav 2022: शरद पूर्णिमा पर जबलपुर के प्रसिद्द भेड़ाघाट में आज से दो दिवसीय उत्सव
(Narmada Mahotsav 2022) मप्र के जबलपुर की संगमरमरी वादियों के लिए दुनियाभर में मशहूर पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में कल शनिवार 8 अक्टूबर से दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव (भेड़ाघाट) की शुरूआत होगी। जिसमें पर्यटन और संस्कृति की अनूठी जुगलबंदी दिखने को मिलेगी। देश के प्रख्यात कलाकरों की प्रस्तुतियों से चांदनी रात रोशन होगी। पहले दिन संकल्प से सिद्धि नृत्य पद्म विभूषण राज्य सभा सदस्य डॉ सोनल मानसिंह और उनके ग्रुप की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रहेगी। बेहद अनूठे इस आयोजन का सैलानी भी बेसब्री से इंतजार करते है।
पिछले 18 सालों से हो रहा आयोजन
संगमरमरी वादियों के लिए दुनियाभर में मशहूर पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में आज शनिवार 8 अक्टूबर से दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव (भेड़ाघाट) की शुरूआत होगी। पिछले दो वर्ष कोरोना की वजह से नर्मदा महोत्सव का प्रतीकात्मक आयोजन किया गया था। जबलपुर पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा राज्य शासन के संस्कृति विभाग के सहयोग से पिछले 18 सालों से यह आयोजन हो रहा है। जिसे देखने स्थानीय लोगों के अलावा देश भर से लोग पहुंचते हैं।
पहले दिन भारत नाट्यम और संकल्प से सिद्धि नृत्य
पदम् विभूषण डॉ सोनल मानसिंह, नई दिल्ली के भारत नाट्यम और संकल्प से सिद्धि नृत्य के अलावा नर्मदा महोत्सव के पहले दिन संगीत नाटक अकादमी की प्रस्तुति रहेगी। जिसमें बारमेर राजस्थान के दीन मोहम्मद एंड ग्रुप द्वारा लंगा, मांगलिया लोक संगीत और कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति की जाएगी। इसके साथ ही दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर की ओर से रायगढ़ महाराष्ट्र की निभा जेमसे का लावणी नृत्य भी पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रमुख आकर्षण होगा।
नव दुर्गा स्तुति के साथ होगा आगाज
नर्मदा महोत्सव के पहले दिन के कार्यक्रमों की शुरूआत शाम 7 बजे माँ नर्मदा की पूजा अर्चना से शुरू होगी। जिसमें केन्द्रीय संस्कृति और संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल शामिल होंगे। महोत्सव का आगाज स्वरागिनी सांस्कृतिक कला केंद्र जबलपुर द्वारा नव दुर्गा स्तुति के साथ होगा। पद्म विभूषण डॉ सोनल मानसिंह एवं समूह द्वारा भारत नाट्यम की मनमोहक प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रहेगी।
प्रख्यात गायक चरणजीत सिंह बिखेरेंगे आवाज का जादू
नर्मदा महोत्सव के दूसरे और समापन दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों द्वारा लव कुश की रामायण पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जायेगी। इसके बाद हरियाणा का फागन नृत्य दक्षिण मध्य क्षेत्र लंबाडी नृत्य की प्रस्तुति देगा। राजस्थान के अनवर खान के गायन के साथ प्रख्यात भजन गायक चरण जीत सिंह सौंधी चंद्रमा की धवल चांदनी में अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगे।
व्यंजन मेला और हस्तशिल्प प्रदर्शनी का भी आयोजन
कोरोना की वजह से पिछले दो सालों में सांकेतिक आयोजन के बाद इस बार पहले की तरह व्यंजन मेला का भी लगाया गया है। जिसमें हस्तशिल्प सामग्री की प्रदर्शनी महोत्सव में पहुंचने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र होती है। जिला प्रशासन ने आयोजन में पहुंचने वाले लोगों की सुविधा के मद्देनजर मेट्रो बस रात 12 बजे तक चलाने का निर्णय लिया है। मेट्रो बसें ISBT, दमोहनाका और रेलवे स्टेशन भेड़ाघाट तक संचालित होगी।
ये भी पढ़े-Jabalpur News: भेड़ाघाट में चंद्रमा की धवल चांदनी में बिखरेंगे 'नर्मदा महोत्सव' के रंग