Jabalpur News: ‘मानव सेवा की तरह ही पशु सेवा’, जबलपुर वेटरनरी यूनिवर्सिटी दीक्षांत समारोह में बोले राज्यपाल
मूक पशुओं के चिकित्सा का ज्ञान और संस्कार आपके जीवन में सुख समृद्धि लाए, पशु मानव सेवा का यही भाव हर किसी के जीवन में चार चांद लगा देगा। यह कहना है मप्र के राज्यपाल मंगूभाई पटेल का। जबलपुर नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे राज्यपाल ने विश्व विद्यालय के 968 स्टूडेंट्स को मानद उपाधि से सम्मानित किया।
वेटरनरी यूनिवर्सिटी का 6वां दीक्षांत समारोह
जबलपुर नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के सोमवार का दिन बेहद ख़ास था। यहां यूनिवर्सिटी का 6वां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। जिसमें मध्यप्रदेश राज्यपाल मंगूभाई पटेल और पशुपालन मंत्री शामिल हुए। गरिमामय आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने विशेष तैयारियां की थी। जिन छात्र-छात्राओं को समारोह में उपाधि मिलना था, विशेष पोशाक में नजर आए। इस मौके पर दीक्षांत समारोह की स्मारिका तैयार की गई थी, जिसका विमोचन हुआ।
968 स्टूडेंट्स को उपाधि, 37 विद्यार्थियों को PHD
दीक्षांत समारोह के अवसर पर यूनिवर्सिटी में अध्ययन करने उन छात्र-छात्राओं के चेहरे उस वक्त खिल गए, जब मंच से उपाधि के लिए उनका नाम पुकारा गया। पशु विज्ञान में अपने पसंदीदा विषयों के साथ पढ़कर इस मुकाम पर पहुंचने की हर किसी की चाहत भी होती है। खासकर समारोह के रूप उपाधि पाने का जीवन को यादगार बना देता है। कुल 968 ऐसे स्टूडेंट्स को उपाधि देकर सम्मानित किया गया। वही 37 विद्यार्थियों को PHD की उपाधि प्रदान की गई।
पशु सेवा में लगाए ज्ञान और संस्कार
इस ख़ास मौके पर पहुंचे प्रदेश के राज्यपाल ने उपाधि हासिल करने छात्र-छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राज्यपाल छात्र-छात्राओं से बोले कि यदि मनुष्य को कोई बीमारी होती है तो तुरंत डॉक्टर के पास पहुंच जाता है, लेकिन जो बोल नहीं पाते हैं ऐसे पशुओं के चिकित्सा का ज्ञान आपने लिया है उनके उपचार की विधि सीखी है, इसलिए उस ज्ञान और संस्कार को पशु सेवा में लगाए। इस ज्ञान के खजाने से अपने आप को नई पहचान दे।
बेजुबानों की सेवा सबसे बड़ी सेवा
राज्यपाल यूनिवर्सिटी के नामकरण पर भी बोले। उन्होंने कहा कि जिस नाम से इस विश्वविद्यालय की पहचान स्थापित हुई है, वो नानाजी देशमुख महामानव थे, उनके विचारधारा का अनुसरण कर यह विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति कर रहा है। इस मौके पर राज्यपाल ने विद्यार्थियों से संकल्प लेने भी कहा। बोले कि मन में जो बोल नहीं पा रहे हैं, जो अपना दुख व्यक्त नहीं कर सकते, उनकी सेवा का आपने काम लिया है। इसलिए हमेशा यह कोशिश करें कि हर पीड़ित बेजुबान की जान बचाई जाए। साथ ही आम लोगों को भी पशुओं की मानव जीवन के बीच उपयोगिता बताए।
उद्यमशीलता की सोच विकसित करे
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम के लिए उठाये गये कदमों की सराहना भी हुई। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय उद्यमशीलता की सोच विकसित करे और छात्रों में नौकरी चाहने वाले की जगह नौकरी देने वाले का ज्ञान, संस्कार प्रसारित करें । पटेल ने कहा कि उनका सौभाग्य है की आज जबलपुर में नानाजी देशमुख की प्रतिमा का अनावरण किया इसके पूर्व में सतना में भी अनावरण कर चुके हैं।