मप्र में हर साल 15 नवंबर को रहेगी छुट्टी, जानें सीएम शिवराज सिंह ने क्यों किया यह ऐलान
जबलपुर, 18 नवंबर: मध्यप्रदेश के लोगों के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी सौगात दी हैं। हर साल 15 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश रहेगा और यह दिन जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। जबलपुर में आयोजित जनजातीय नायक राजा शंकरशाह कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर आयोजित समारोह में यह ऐलान किया गया। सीएम बोले कि इस दिन राज्य के शहर से लेकर गांव तक जनजातीय क्रांतिवीरों की शहादत को याद करते हुए कई कार्यक्रम होंगे।
आदिवासियों के महानायक बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को मनाई जाती हैं। जनजातीय वर्ग के ऐसे महानायकों को याद करने मप्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। आदिवासियों के लिए भगवान तुल्य महानायक बिरसा मुंडा की जयंती हर वर्ष जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जाएगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बोले कि पूरे मप्र में ऐसे महानायकों के बलिदान को याद करने धूमधाम से कई कार्यक्रम होंगे। जिसमें इस वर्ग के लिए लिए सरकार की योजनाओं और किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी भी दी जाएगी।
15
नवंबर
को
रहा
करेगा
सार्वजनिक
अवकाश
सरकार
ने
इस
दिन
पूरे
राज्य
में
सार्वजनिक
अवकाश
रखने
का
फैसला
लिया
है।
रविवार
को
जबलपुर
में
राजा
शंकरशाह
कुंवर
रघुनाथ
शाह
का
बलिदान
दिवस
समारोह
था।
जिसमें
सीएम
बोले
कि
ऐसे
क्रांतिवीरों
के
जीवन
से
जुड़े
पहलुओं
से
आम
लोग
रु-बरु
हो
सकें।
साथ
ही
उनकी
गौरव
गाथा
हर
समाज
के
हर
वर्ग
के
लोग
जान
सकें।
इसका
प्रयास
किया
जाएगा।
झारखंड
में
आदिवासी
दंपति
में
जन्मे
बिरसा
मुंडा
19
वीं
शताब्दी
के
ऐसे
नायक
थे,
जिन्होंने
आदिवासी
समाज
की
दशा
बदलने
नए
राजनीतिक,
सामाजिक
युग
की
शुरुआत
करने
में
महत्वपूर्ण
भूमिका
निभाई
थी।
मिशनरी
प्रलोभन
और
अन्य
कुरूतियों
में
जकड़े
समाज
को
जागरूक
करने
का
प्रयास
किया।
देश
के
उप
राष्ट्रपति
जगदीप
धनखड़,
राज्यपाल
मंगूभाई
पटेल
समेत
सरकार
के
मंत्री,
सांसद,
विधायक
और
नेता
शामिल
हुए
थे।
इस
दौरान
शहर
में
कई
कार्यक्रम
आयोजित
किए
थे।
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