
मोरबी पुल हादसा: रूसी राष्ट्रपति पुतिन सहित विश्व के कई नेताओं ने त्रासदी पर जताया शोक
Morbi Bridge tragedy: गुजरात के मोरबी जिले में मच्छु नदी पर बने 140 साल पुराने सस्पेंशन केबल ब्रिज के रविवार शाम ढह जाने से एक बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में अब तक 140 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना को लेकर दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। विश्व के प्रमुख नेताओं ने इसे लेकर दुःख जताया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मोरबी त्रासदी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। इसके अलावा नेपाल, पौलेंड, ब्रिटेन आदि देशों से भी पीड़ितों के लिए शोकसंदेश आए हैं।

पुतिन ने राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी को भेजा संदेश
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे एक संदेश में पुतिन ने कहा कि कृपया गुजरात राज्य में पुल ढहने के दुखद हादसे पर हमारी हार्दिक संवेदना स्वीकार करें। कृपया पीड़ितों के परिवारों को सहानुभूति और समर्थन के शब्दों से अवगत कराएं। इसके साथ-साथ हम इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। नेपाल के प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी गुजरात में हुई दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया। नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें मोरबी पुल हादसे से गहरा दुख हुआ है। शेर बहादुर देउबा ने कहा, हम बहुमूल्य जीवन के नुकसान पर भारत सरकार और भारत के लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।
पोलैंड के विदेश मंत्री ने भी जताया दुख
पोलैंड के विदेश मंत्री ने भी गुजरात के मोरबी पुल ढहने की घटना में हुई लोगों की मौत पर शोक जताया है। पोलैंड के विदेश मंत्री जबिगन्यू राऊ ने मोरबी पुल हादसे की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस हादसे के प्रति मेरी गहरी और गंभीर संवेदना है। मंत्री ने भारत और पोलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों को याद करते हुए कहा कि 1941 में जब द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया था, भारत में कई पोलिश लोगों ने शरण ली थी, जिनमें बच्चे भी शामिल थे।भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त, एलेक्स एलिस गुजरात में मोरबी त्रासदी से स्तब्ध दिखे। उन्होंने ट्वीट किया, "गुजरात से भयानक, चौंकाने वाली खबर।"
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