भारत आने को तैयार इजरायली गाय, दुनिया में सबसे ज्यादा दूध देती हैं ये Super Cow
इजरायल की गाय अपने दूध उत्पादन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं। ये सलाना दुनिया की किसी भी गाय से ज्यादा दूध का उत्पादन करती हैं और इन्हें 'सुपर काउ' भी कहा जाता है।
नई दिल्ली। इजरायल की गाय अपने दूध उत्पादन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं। ये सलाना दुनिया की किसी भी गाय से ज्यादा दूध का उत्पादन करती हैं और इन्हें 'सुपर काउ' भी कहा जाता है। इन गायों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतना प्रभावित हुए थे कि पिछले साल अपने इजरायल दौरे पर उन्होंने इसकी कल्पना भारत में की थी। इस साल जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जब भारत के दौरे पर हैं तो इन गायों का भारत में मिल्क प्रोडक्शन शुरू होगा।
हिसार में होगा दूध का उत्पादन
साल 2015 में हरियाणा सरकार और इजरायली इंटरनेशनल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन एजेंसी मैशाव ने इसपर काम करने का फैसला लिया था। इसके तहत हिसार में सेंटर फॉर एक्सीलेंस में इन गायों के दूध का उत्पादन शुरू होगा। ये उत्पादन काफी अहम माना जा रहा है। इजरायल की होल्सटीन जर्मप्लाज्म नस्ल की गाय का फ्रोजम सीमन हिसार लाया गया है। इससे गायों की नई नस्ल बनाई जाएगी। इस काम के लिए सेंटर में मिनी लैब भी बनाई गई है।
मुंबई में शुरू होगा सरोगेट काउ फॉर्म
इसके अलावा इजरायली कंपनी ने मुंबई के पास एक सरोगेट काउ फार्म भी शुरू कर रही है ताकि भारत की दूध की आपूर्ती पूरी की जा सके। इस फार्म में 40 होल्सटीन गाय होंगी जिनके अंडे 450 गीयों में डाले जाएंगे। गाय को बच्चों को जन्म के बाद किसानों को बेच दिए जाएगा।
साल में 12 हजार लीटर दूध देती हैं इजरायली गाय
इजरायली गाय साल में कुल 12 हजार लीटर दूध का उत्पादन करती है। ये उत्पादन ऑस्ट्रेलियाई गाय से ठीक आधा ज्यादा है। ऑस्ट्रेलियाई गाय साल में 5500 लीटर दूध का उत्पादन करती हैं। वहीं भारतीय गाय इन नंबरों में काफी पीछे है, जिसे बढ़ाने के लिए इन गायो को भारत लाया जाएगा।
कंप्यूटर के जरिये होता है गाय का रख-रखाव
इजरायली गाय का रख रखाव काफी अलग तरह से किया जाता है। उनसे जुड़ी सभी चीजें कंप्यूटर पर होती हैं। खाने से लेकर गर्भ तक पर कंप्यूटर से निगरानी रखी जाती है। कंप्यूटर पर ही गाय ने कितना दूध दिया है और उसके खानपान की जानकारी होती है। गायों की सफाई का भी खास ध्यान रखा जाता है।
भारत आने से होगा फायदा
इन गायों का दूध भी मशीनों से निकाला जाता है। समय-समय पर इनके ऊपर पानी की बौथारें मारी जाती हैं जिससे उन्हें गर्मी न महसूस हो। इन गाय के भारत में आने से देश में दूध का उत्पादन तेजी से बढ़ेगा।