एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर कुछ देशों ने लगाई रोक तो WHO ने कहा, 'ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है....'
एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर कुछ देशों ने लगाई रोक तो WHO ने कहा, 'ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है....'
जेनेवा: डेनमार्क, नार्वे और आइसलैंड, ऑस्ट्रिया सहित यूरोप के लगभग 9 देशों ने हाल में एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन के उपयोग पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। इन देशों ने ऐसा ब्लड क्लॉटिंग और मौत की शिकायत आने के बाद किया है। अब इस पूरे मामले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर रोक लगाने की कोई वजह नहीं है और ना ही इसकी जरूरत थी। डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने शुक्रवार (12 मार्च) को कहा, 'हां, हमें एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखना चाहिए। ऐसा कोई कारण नहीं है कि इसका उपयोग ना किया जाए। एस्ट्राजेनेका एक बेहतरीन वैक्सीन है।' हालांकि डब्ल्यूएचओ ने ये भी कहा है कि एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन लेने से जिन देशों में ब्लड क्लॉटिंग और मौत की शिकायतें आई हैं, हम उसकी समीक्षा कर रहे हैं।
Recommended Video
डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा, 'हम मौत के डाटा की समीक्षा कर रहे हैं। लेकिन वैक्सीन के कारण किसी भी मौत को आज की तारीख तक साबित नहीं किया गया है। हमें कोई ऐसे सबूत नहीं मिले हैं जिससे हम वैक्सीन को मौत की वजह बताए।'
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आश्वासन दिया है कि एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा की जांच की जा रही है। वहीं यूरोप की दवा निर्माता कंपनियों के नियामक ने भी कहा है कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। जेनेवा में शुक्रवार (12 मार्च) को एक ब्रीफिंग में डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडेहनम ग्रेब्रेयेसस ने कहा, कोविड-19 टीकों की 335 मिलियन से अधिक खुराक विश्व स्तर पर प्रशासित की गई हैं, और कोविड-19 वैक्सीन के कारण कोई मौत नहीं हुई है।
वहीं डब्ल्यूएचओ के सहायक महानिदेशक मारियांगेला सिमाओ ने कहा, "हमें तब तक एस्ट्राजेनेका टीकाकरण जारी रखना चाहिए, जब तक कि कारण स्पष्ट न हो जाए।" उन्होंने कहा कि वैसे लोगों की मौत हो रही है, जिनको कोई अन्य गंभीर बीमारी है।
बता दें कि सबसे पहले एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर डेनमार्क ने रोक लगाई थी। डेनमार्क के मेडिकल विभाग ने कहा था कि हमने ऐहतियात के तौर पर एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर रोक लगाई है। हालांकि हम भी अभी तक किसी अंतिम फैसले पर नहीं पहुंचे हैं कि वैक्सीन और रक्त के थक्के जमने की बीच क्या कनेक्शन है। डेनमार्क के अलावा लातविया, लिथुआनिया, एस्टोनिया और लग्जमबर्ग ने भी इस वैक्सीनेशन अभियान को रोक दिया है।