रिपब्लिकन पार्टी में डोनाल्ड ट्रंप के लिए बने कांटा, कौन हैं रॉन डीसेंटिस, जो बाइडेन को दे सकते हैं चुनौती?
रॉन डेसेंटिस अब 2024 में राष्ट्रपति बाइडेन को चुनौती देने की पूरी तैयारी कर ली है और उन्हें बाइडेन के खिलाफ एक लोकप्रिय विकल्प भी माना जाने लगा है।
Ron DeSantis vs Donald Trump: संयुक्त राज्य अमेरिका में काफी महत्वपू्र्ण मध्यावधि चुनाव रॉन डेसेंटिस ने शानदार जीत हासिल की है और लगातार दूसरी बार फ्लोरिडा के गवर्नर बन गये हैं। लेकिन, रॉन डेसेंटिस की एकतरफा जीत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए मुसीबत का पिटारा खोल दिया है और साल 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए खुद को एक गंभीर दावेदार के तौर पर स्थापित कर लिया है। अमेरिकी में मध्यावधि चुनाव के साथ ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए तैयारियां शुरू हो जाती हैं और रेस में आए नेता अपने लिए कैम्पेनिंग शुरू कर देते हैं और रॉन डेसेंटिस ने इस धमाकेदार जीत के साथ आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी धमक छोड़ दी है। ऐसे में जानना जरूरी है, कि आखिर रॉन डेसेंटिस कौन हैं और वो डोनाल्ड ट्रंप को कैसे चुनौती देने वाले हैं?
रॉन डेसेंटिस को माना जाता है ट्रंप 2.0
अमेरिका में हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की 335 सीटों, सीनेट की 100 में से 35 सीटों और गवर्नर के लिए चुनाव करवाए गये हैं, जिसमें रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच कांटे की टक्कर हुई है, लेकन डोनाल्ड ट्रंप ने जिन उम्मीदवारों का समर्थन किया था और जिनके लिए प्रचार-प्रसार किया था, उनमें से ज्यादातर उम्मीदवार चुनाव हार गये हैं। वहीं, रिपब्लिकन पार्टी के गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी के चार्ली क्रिस्ट को एकतरफा मुकाबले में हराने में कामयाब रहे हैं। वहीं, रॉन डेसेंटिस ने बम्पर चुनावी जीत हासिल करने के बाद विजयी भाषण में गर्भपात, समलैंगिकता जैसे मुद्दों पर काफी आक्रामक बयान दिए हैं, लिहाजा उनके कुछ विश्लेषक उन्हें डोनाल्ड ट्रंप 2.0 भी कहते हैं, जो सामने वाली भीड़ को अपने आक्रामक अंदाज से फिदा कर देते हैं। हालांकि, रॉन डेसेंटिस का कहना है कि, 2024 राष्ट्रपति चुनाव में खड़ा होने की उनकी कोई योजना नहीं है, लेकिन अमेरिकी राजनीति के जानकारों का कहना है, कि रॉन डेसेंटिस निश्चित तौर पर अपनी दावेदारी जताने वाले हैं।
रॉन डेसेंटिस की लोकप्रियता से परेशान ट्रंप
रॉन डेसेंटिस भले ही खुद को राष्ट्रपति पद का दावेदार ना मान रहे हों, लेकिन उनकी बढ़ती लोकप्रियता ने डोनाल्ड ट्रंप को परेशान कर रखा है। दोनों नेता कई महीनों से आमने-सामने हैं और कई मौकों पर एक-दूसरे पर सार्वजनिक चुटकियां ले चुके हैं। फ्लोरिडा में रॉन डेसेंटिस की बड़ी जीत के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी है, कि अगर रॉन डेसेंटिस उन्हें रिपब्लिकन पार्टी के अंदर राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए चुनौती देते हैं, तो फिर रॉन डेसेंटिस के बारे में हानिकारक खुलासे किए जाएंगे।
रॉन डेसेंटिस कौन हैं?
44 साल के रॉन डेसेंटिस साल 2012 में पहली बार हॉउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के लिए चुने गये थे और उसके 6 सालों के बाद साल 2018 में वो पहली बार गवर्नर बने। रॉन डेसेंटिस खुद को 'ब्लू कॉलर जड़ वाला मूल फ्लोरिडियन' के तौर पर वर्णित करते हैं। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है, जहां वे विश्वविद्यालय बेसबॉल टीम के कप्तान थे। इसके बाद वे हार्वर्ड लॉ स्कूल गए। हार्वर्ड में पढ़ाई के दौरान ही वो JAG ऑफिसर के तौर पर अमेरिकी नौसेना की लॉ विंग में शामिल हुए और 2010 में उन्होंने रिटायर्टमेंट ले ली और फिर वो राजनीति में प्रवेश कर गये। साल 2012 में पहली बार वो फ्लोरिडा से हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के सदस्य बने और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के शुरूआती दिनों में उनका अभियान मुख्य तौर पर टैक्स कम करने तक सीमित रखा और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की उन्होंने खुलकर आलोचना की।
पहले थे डोनाल्ड ट्रंप के करीब
रॉन डेसेंटिस ने जब साल 2018 में फ्लोरिडा का गवर्नर बनने की रेस में शामिल होने की घोषणा की, तो उस वक्त उन्हें तत्कालीन राष्ट्र्पति डोनाल्ड ट्रंप समेत रिपब्लिकन पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का समर्थन प्राप्त हुआ। उनका चुनाव अभियान पूरी तरह से डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी कैम्पेन से प्रभावित था और ट्रंप के चुनावी नारे 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' का वो काफी प्रचार किया करते थे। वो अकसर बच्चों को ब्लॉक खेलते समय 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' के बारे में बताया करते थे। उनका अंदाज काफी आक्रामक था, लिहाजा रॉन डेसेंटिस की लोकप्रियता भी तेजी के साथ बढ़ने लगी।
रॉन डेसेंटिस की लोकप्रियता के पीछे क्या है?
चार साल पहले रॉन डेसेंटिस ने पहली बार आधे प्रतिशत से भी कम अंक से गवर्नर का चुनाव जीता था, लेकिन उसके बाद उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती चली गई। उनकी नीतियों ने उन्हें कट्टर दक्षिणपंथियों के बीच पसंदीदा बना दिया है। कोविड 19 के दौरान वो लगातार लोगों से बात कर रहे थे और फिर अप्रैल 2020 में उन्होंने पहली बार पूर्ण लॉकडाउन का आदेश दे दिया था। इस दौरान उन्होंने पूरे फ्लोरिडा में 100 से ज्यादा परीक्षण केन्द्र स्थापित किए और उन्होंने लोगों से मास्क पहनने की अपील भी। लेकिन, फिर अगले ही महीने उन्होंने जनता का मूड भांपते हुए प्रतिबंधों में छूट देने की मांग करनी शुरू कर दी। एक तरह जहां देशभर में कोविड के मामले बढ़ रहे थे, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने फ्लोरिडा में प्रतिबंधों में कमी करना शुरू कर दिया और स्कूलों को खोलना शुरू कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने मास्क पहनने को जरूरी करने के फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया। टीकाकरण का भी विरोध करते हुए उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन पर "बायोमेडिकल सिक्योरिटी स्टेट" स्थापित करने का आरोप लगाया।
2024 में बाइडेन बनाम रॉन डेसेंटिस
रॉन डेसेंटिस अब 2024 में राष्ट्रपति बाइडेन को चुनौती देने की पूरी तैयारी कर ली है और उन्हें बाइडेन के खिलाफ एक लोकप्रिय विकल्प भी माना जाने लगा है। वहीं, उनकी बढ़ती सफलता को ट्रम्प के लिए एक खतरे के रूप में देखा जा रहा है, जिनके अब किसी भी दिन राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा करने की उम्मीद है। ट्रम्प ने कहा है कि वह 15 नवंबर को "एक बड़ी घोषणा" करेंगे और माना जा रहा है, कि 15 तारीख को डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाल के लिए अपनी बोली की घोषणा करेंगे। ऐसे में आने वाले वक्त में डोनाल्ड ट्रंप और रॉन डेसेंटिस के बीच तगड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।