Blood rain क्या है ? मौसम वालों ने यहां के लिए की है दुर्लभ बारिश की भविष्यवाणी
लंदन, 20 मई: क्लाइमेट चेंज ने मौसमों को असामान्य कर दिया है। कहीं बारिश होती है तो होती ही रह जाती है और कहीं सूखा पड़ता है तो बूंद-बूंद पानी के लिए लोग तड़पने लगते हैं। असम में हुई बे-मौसम की भयानक बारिश ने कैसी तबाही मचाई है, उसका गवाह पूरा देश है। पिछले हफ्ते राजधानी में तापमान 50 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। अब ब्रिटेन में 'ब्लेड रेन' का अलर्ट जारी किया गया है। ब्लड रेन या खून जैसी बारिश के लिए भी कहीं ना कहीं ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज ही जिम्मेदार है और उसके कारण हम मानव ही हैं। आइए जानते हैं कि ब्लड रेन होता क्या है और यूके में इसको लेकर क्या कुछ कहा गया है।

17 मई को यूके में सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड
ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से जलवायु परिवर्तन का संकट धरती का हर कोना झेल रहा है। मौसम में अप्रत्याशित बदलाव नजर आ रहे हैं। एक्स्ट्रीम वेदर की घटनाएं दुनियाभर में तबाही मचा रही है। लिहाजा ठंडे देशों में भी सामान्य से बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने लगी है और गर्म देशों में भी मौसम में काफी उलट-पुलट हो रहा है। ब्रिटेन जैसा सर्द वातावरण वाला देश भी हाल के दिनों में काफी गर्म भरे दिन झेल चुका है और तेज धूप ने वहां के लोगों को हैरानी में डाल रखा है। बीते 17 मई को यूके में साल का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया है। इस बीच यहां बादल गरजने के साथ धूल भरी आंधी चलने और बारिश होने की घटनाएं भी साथ-साथ पूरे देश में देखी जा रही हैं। मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक इन सबके बीच यहां के मेट ऑफिस ने मौसम की एक दुर्लभ घटना की भविष्यवाणी कर दी है।

यूके में ब्लड रेन की भविष्यवाणी
ब्रिटेन के मौसम विभाग ने देश में कुछ जगहों पर जल्द ही 'ब्लेड रेन' होने का पूर्वानुमान जाहिर किया है। 'खून जैसी बारिश' यह सुनने में बड़ा ही अजीब लगता है, हालांकि वास्तविकता में इसमें आसमान से कोई खून नहीं गिरता, लेकिन यह दुर्लभ प्राकृतिक घटना जरूर है, जो कभी-कभी ही देखने को मिलता है। हमारे लिए यह जानने की जरूरत है कि ब्लड रेन है क्या? यूके के किस इलाके में और कब आसमान से खून जैसी बूंदें टपकने वाली हैं।

ब्लड रेन क्या है ?
ब्लड रेन शब्द आसमान से लाल रंग की बारिश के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो कि हवा में मौजूद धूल की वजह से नजर आता है। जब तेज हवा और तूफान की वजह से धूल-कण और रेत उड़कर दूर तक चले आते हैं और बारिश के साथ मिलकर जमीन पर गिरते हैं, तो ऐसा लगता है कि खून जैसी बारिश हो रही है। मौसम दफ्तर के मुताबिक भी, 'ब्लड रेन एक बोलचाल का शब्द है और वास्तव में ये मौसम से संबंधित या वैज्ञानिक शब्द नहीं है।' मेट ऑफिस का कहना है, खून जैसी वर्षा तब होती है, जब 'लाल रंग की धूल या कणों की अपेक्षाकृत उच्च सांद्रता वर्षा जल में मिल जाती हैं', इस प्रकार होने वाली बारिश का रंग लाल हो जाता है।

सामान्य बारिश से अंतर ?
ब्रिटेन में सहारा रेगिस्तान से आने वाली धूल के साथ बारिश होने से कई बार धूल मिली बारिश होती है, लेकिन वह लाल नहीं होती। मेट ऑफिस की वेवसाइट के मुताबिक, 'हम सामान्य तौर पर जो धूल देखते हैं, वह पीले या भूरे होते हैं और जब कम मात्रा में मिलते हैं तो बारिश सामान्य ही दिखती है। आपको तभी अंतर पता चलता है, जब बारिश का पानी वाष्प बनकर उड़ जाता है और आपकी कार या शीशे पर धूल की परत जम जाती है।' लेकिन, ब्लड रेन में अगर लाल कणों का ज्यादा गाढ़ापन रहता है तो यह बारिश होने के दौरान भी लाल दिखता है।

यूके में कब होगी खून जैसी बारिश ?
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक सहारा रेगिस्तान से चला धूल का बादल अटलांटिक महासागर में कैरेबियन की ओर बढ़ रहा है और शुक्रवार 20 मई और शनिवार 21 मई को पश्चिम यूरोप से लेकर इंग्लैंड के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में आसमान में छाने वाला है। यही बादल बूंदा बांदी शुरू करा सकता है और यूनाइटेड किंगडम के कई हिस्सों में लाल रंग की बारिश देखने को मिल सकती है।

इंटरनेट पर भी हो रही है बहस
यूके के सीएएमएस ने अपने बयान में कहा है कि अगर यूके और कैरेबियन में यह बारिश नहीं होती तो भी पूरे अटलांटिक में आसमान असामान्य रूप से लाल दिख सकता है। लेकिन, मौसम की इस असामान्य स्थिति को लेकर इंटरनेट पर भी बहस शुरू है। लोगों का दावा है कि यह ग्लोबल वॉर्मिंग की एक और भयावह कहानी है। बारिश में धूल या रेत हो सकती है, लेकिन अब इसकी मात्रा इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि खून जैसी बारिश होने लगी है।(तस्वीरें- प्रतीकात्मक)