दुनिया में पहली बार धधकते ज्वालामुखी की बिक्री, खरीदने वाले लगा रहे लंबी लंबी बोली
आइसलैंड में फूटा ये ज्वालामुखी वहां की राजधानी रेयकजाविक से करीब 40 किलोमीटर दूर है और इस ज्वालामुखी को लेकर विमानों के लिए चेतावनी जारी की जा चुकी है।
नई दिल्ली, मई 17: अब तक आपने जमीन-जायदाद, दुकान मकान की खरीद और बिक्री देखी होगी लेकिन दुनिया में पहली बार धधकते ज्वालामुखी की बिक्री हो रही है। ज्वालामुखी की ये बिक्री आइसलैंड नाम के एक देश में हो रही है, जहां ज्वालामुखी को खरीदने के लिए लोग पैसों की बारिश करने के लिए तैयार हैं। ये ज्वालामुखी पूरी तरह से एक्टिव है और पिछले 19 मार्च से इस ज्वालामुखी से धधकता लावा निकल रहा है।
ज्वालामुखी की बिक्री
आइसलैंड में फूटा ये ज्वालामुखी वहां की राजधानी रेयकजाविक से करीब 40 किलोमीटर दूर है और इस ज्वालामुखी को लेकर विमानों के लिए चेतावनी जारी की जा चुकी है। वहीं, ज्वालामुखी की तरफ जाने वाले मुख्य रास्ते को भी सरकार की तरफ से बंद कर दिया गया है। हालांकि, अभी भी लोग इस ज्वालामुखी को देखने जा रहे हैं लेकिन जिस शख्स के जमीन पर ज्वालामुखी फूटा है, वो इसे बेचने की कोशिश कर रहा है और खरीददार उसे कई तरह के ऑफर भी दे रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक जिस जगह ये ज्वालामुखी फूटा है, वो जमीन 20 लोगों के एक समूह की है, जो इसे बेचना चाह रहे हैं।
मिल रहे हैं कई ऑफर
ज्वालामुखी के मालिकों के सामने ज्वालामुखी के लिए ऑफरों की बारिश हो रही है वहीं रीयल स्टेट कारोबारियों ने इस जमीन को लेकर पड़ताल भी करनी शुरू कर दी है। एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इस समूह के चेयरमैन ने बताया है कि 'इस वक्त ये जमीन देश की सबसे ज्यादा डिमांड वाली प्रॉपर्टी है'। रिपोर्ट के मुताबिक इस समूह को ज्वालामुखी खरीददारों के कई ऑफर मिले हैं, लेकिन ऑफर कितने रुपयों का मिला है, ये बताने से उन्होंने इनकार कर दिया है। माना जा रहा है कि जो भी इस धधकते ज्वालामुखी को खरीदेगा, वो यहां के आसपास के इलाके को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित कर सकता है।
सरकार से तनातनी
आइसलैंड में ये ज्वालामुखी अभी लोगों के बीच काफी ज्यादा सुर्खियां बटोरे हुआ है और अभी तक 87 हजार से ज्यादा लोग इसे देखने के लिए आ चुके हैं। वहीं, कुछ दिन पहले खबर आई थी कि इसके मालिक ज्वालामुखी को देखने पर पाबंदी लगा सकते हैं, जिसके बाद आइसलैंड के प्रधानमंत्री भड़क गये थे और उन्होंने बयान देते हुए कहा था कि लोगों के लिए ज्वालामुखी को देखने पर पाबंदी लगाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। सरकार उस इलाके में विकास के कई काम कर रही है और ज्वालामुखी को लोगों के देखने पर कोई रोक नहीं लगा सकता है।
बन रहा है टूरिज्म सेंटर
आइसलैंड का ये ज्वालामुखी जहां फूटा है, उसके आसपास का इलाका धीरे धीरे पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होने लगा है। भारी संख्या में लोग ज्वालामुखी को देखने आ रहे हैं लिहाजा आसपास के इलाकों में कई तरह की दुकानें लगने लगी हैं। इस ज्वालामुखी को देखने के लिए सिर्फ आइसलैंड के स्थानीय लोग ही नहीं जा रहे हैं, बल्कि विदेशियों की उपस्थिति भी यहां काफी होनी शुरू हो गई है। वहीं, एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरे क्षेत्र में विकास कार्य कैसे किए जाएं इसको लेकर भी रिपोर्ट आइसलैंड सरकार को भेजी गई है।
ज्वालामुखी का विकास
मार्च महीने में आइसलैंड का ये ज्वालामुखी फूटा था और उसके बाद से ये ज्वालामुखी लगातार लावा उगल रहा है। वहीं, धीरे धीरे ज्वालामुखी से लावा निकलने की रफ्तार भी बढ़ती जा रही है। इस ज्वालामुखी से हवा में करीब 400 मीटर से 500 मीटर तक लावा और राख का गुबार उठ रहा है। जिसकी वजह से माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में यहां लाखों लोग आ सकते हैं और ये पूरा इलाका पर्यटन के लिहाज से काफी विकसित हो सकता है। लिहाजा ज्वालामुखी के मालिक इसे कितने में बेचे, अभी तक तय नहीं कर पाए हैं।
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