USA ने तालिबान सदस्यों पर लगाया VISA प्रतिबंध, महिलाओं पर 'दमन' को लेकर अमेरिका का कड़ा रूख
USA ने महिलाओं,लड़कियों के मानवाधिकारों का हनन करने वाले लोगों पर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कहा कि, जिन परिवार के लोग महिलाओं का दमन करते हैं ,हम उनके परिवार के सदस्यों को भी अमेरिकी वीजा देने से इनकार करते हैं।
अमेरिका (USA) ने तालिबान के सदस्यों और अफगानिस्तान में महिलाओं, लड़कियों के दमन के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिए हैं। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने एक बयान में कहा कि वीजा प्रतिबंध नीति, वर्तमान और पूर्व तालिबानी सदस्यों, गैर-राज्य सुरक्षा समूहों के सदस्यों और अन्य लोगों के लिए वीजा जारी नहीं किए जाएंगे। ऐसे व्यक्तियों जिन्हें महिलाओं के दमन के लिए जिम्मेदार माना जाता है उन पर वीजा प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
अमेरिका तालिबान के सदस्यों को वीजा जारी नहीं करेगा
अमेरिका ने महिलाओं,लड़कियों के मानवाधिकारों का हनन करने वाले लोगों पर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कहा कि, जिन परिवार के लोग महिलाओं का दमन करते हैं ,हम उनके परिवार के सदस्यों को भी अमेरिकी वीजा देने से इनकार करते हैं। अमेरिका ने कहा है कि, महिलाओं के उपर होने वाले दमनकारियों नीतियों में, लड़कियों के लिए माध्यमिक या उच्च शिक्षा तक पहुंच को रोकना और प्रतिबंधित करना, कार्यबल में महिलाओं की पूर्ण भागीदारी को रोकना और महिलाओं के आंदोलन में अभिव्यक्ति या गोपनीयता को प्रतिबंधित करना शामिल है।
अमेरिका तालिबान के खिलाफ सख्त हुआ
अमेरिका ने महिलाओं,लड़कियों के मानवाधिकारों का हनन करने वाले लोगों पर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कहा कि, जिन परिवार के लोग महिलाओं का दमन करते हैं ,हम उनके परिवार के सदस्यों को भी अमेरिकी वीजा देने से इनकार करते हैं। अमेरिका ने कहा है कि, महिलाओं के उपर होने वाले दमनकारियों नीतियों में, लड़कियों के लिए माध्यमिक या उच्च शिक्षा तक पहुंच को रोकना और प्रतिबंधित करना, कार्यबल में महिलाओं की पूर्ण भागीदारी को रोकना और महिलाओं के आंदोलन में अभिव्यक्ति या गोपनीयता को प्रतिबंधित करने के साथ-साथ उत्पीड़न में संलिप्त रहना शामिल है।
अमेरिका अफगान के लोगों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध
संयुक्त राज्य अमेरिका का कहना है कि वह अफगान लोगों का पुरजोर समर्थन करता है और महिलाओं और लड़कियों समेत सभी अफगान लोगों के मानवाधिकारों और उनके मौलिक स्वतंत्रता की रक्षा और बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
महिलाओं का अफगानिस्तान में होता है शोषण
तालिबान ने कई नीतियां और आदेश जारी किए हैं, जो अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों को सार्वजनिक जीवन में पूर्ण भागीदारी से रोकते हैं। जिसमें माध्यमिक शिक्षा तक पहुंच और काम शामिल है। महिलाएं काबुल में अपना कोई रोजगार नहीं कर सकती हैं। पढ़ाई नहीं कर सकती हैं। बाजारों में चेहरा ढककर जाना पड़ता है। देश की राजनीति में उनकी भागीदारी भी शून्य है। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि तालिबानी राज में अफगानिस्तान में महिलाओं के मानवाधिकारों का हनन किया जा रहा है।
अमेरिका कार्रवाई करना जारी रखेगा
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ट्वीट में कहा, अमेरिका अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के दमन में शामिल लोगों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कार्रवाई कर रहा है। अमेरिका तालिबान और अन्य लोगों पर मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का सम्मान करने के लिए दबाव जारी रखेंगे।
ये भी पढ़ें :पाकिस्तान ने US रिलीफ फंड में जमकर लूट मचाई, आगबबूला हुआ अमेरिका