भारतीयों के लिए खुशखबरी, H-1B वीजा जारी करने पर लगी रोक हुई खत्म
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को विदेशी कामगारों के वीजा, खासतौर से एच-1बी वीजा पर लगे प्रतिबंधों की अवधि को समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही उनके पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस संबंध में जारी अधिसूचना खत्म हो गई। दरअसल, ट्रंप ने इस तरह के वीजा पर 31 मार्च तक रोक लगाई थी, लेकिन बाइडेन सरकार ने इसे आगे बढ़ाने की कोई अधिसूचना जारी नहीं की। इस कदम से लाखों भारतीय आइटी प्रोफेशनल्स को फायदा होने की उम्मीद है।

तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल कोविड-19 संकट और देशव्यापी लॉकडाउन के बीच एच-1बी सहित कई अस्थाई या गैर- प्रवासी वीजा श्रेणियों के आवेदकों के अमेरिका में प्रवेश को रोक दिया था। ट्रंप ने तर्क दिया था कि अगर विदेशी श्रमिकों को देश में आने की अनुमति दी जाती है तो घरेलू कामगारों को नुकसान होगा। बाद में उन्होंने इसकी समयावधि बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया था। यह वीजा भारतीय कामगारों में काफी फेमस है।
अमेरिका में कार्यरत कंपनियों को यह वीजा ऐसे कुशल कर्मचारियों को रखने के लिए दिया जाता है जिनकी अमेरिका में कमी हो। एच-1बी वीजा अमेरिकी कंपनियों को कुछ व्यवसायों के लिए विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है, जहां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से प्रत्येक वर्ष दसियों हजार कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर हैं।
इस वीजा के लिए कुछ शर्तें भी हैं। जैसे इसे पाने वाले व्यक्ति को स्नातक होने के साथ किसी एक क्षेत्र में विशेष योग्यता हासिल होनी चाहिए। साथ ही इसे पाने वाले कर्मचारी की सैलरी कम से कम 60 हजार डॉलर यानी करीब 40 लाख रुपये सालाना होना जरूरी है।
कूरियर बॉक्स में 2 साल की बच्ची को साथ लिए घर-घर सामान पहुंचाता है ये पिता, दिल छू लेगा Video