भारत-US जेट इंजन डील पर रो खन्ना का बड़ा बयान, रूस को लेकर भारतीय मूल के सांसद ने फिर दी बड़ी सलाह
रो खन्ना ने पिछले दिनों राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने पर पीएम मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की थी, जिसका भारत में काफी विरोध हुआ था।
Ro Khanna on India-US Jet Engine Deal: भारत अमेरिका संबंधों का काफी अहम मानने वाले और अमेरिका में भारतीय मूल का अहम चेहरा माने जाने वाले अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा है, कि पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से पहले, अमेरिका जेट इंजन डील को फाइनल करने के लिए काम कर रहा है।
भारत-अमेरिका बिजनेस समिट में अपने संबोधन के मौके पर एएनआई से बात करते हुए, अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा, कि अमेरिका यह सुनिश्चित करना चाहता है, कि भारत के साथ जेट इंजन का सौदा हो, ताकि वे यूरोप से पीछे ना हो जाएं।
रो खन्ना ने कहा, कि "भारत अमेरिका से जेट इंजन चाहता है और हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं, कि भारत और अमेरिका के बीच जेट इंजन को लेकर सौदा हो जाए और हम उम्मीद कर रहे हैं, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की यात्रा से पहले ये डील हो जाए और हम इसपर काम कर रहे हैं।"
भारत को लेकर सांसद रो खन्ना ने और क्या कहा?
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा, कि "हम यह सुनिश्चित करने के लिए भी काम कर रहे हैं, कि प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिकी कांग्रेस से बात करने का मौका मिले। और इसके लिए हम अमेरिकी संसद के स्पीकर से पीएम मोदी को निमंत्रण भेजने के लिए अनुरोध करेंगे।"
उन्होंने कहा, कि "हमें रक्षा संबंधों को मजबूत करने की जरूरत है और इसके लिए ये काफी महत्वपूर्ण समय है।" वहीं, जेट इंजनों के बारे में उन्होंने आगे कहा, "जेट इंजनों पर डिफेंस डिलिवरेबल महत्वपूर्ण है।"
वहीं, दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंधों पर उन्होंने कहा, कि ''निरंतर प्रयास करने की जरूरत है और मुझे लगता है, कि वास्तविकता यह है कि भारत एशियाई बाजार के लिए एशिया में हब के रूप में उभर सकता है। मेरे जिले में एपल जैसी कंपनियां चीन से बाहर जा रहे हैं, भारत में, बंगलौर में जा रहे हैं, और वहां एप्पल स्टोर खोल रहे हैं। मैंने कंपनियों को संयुक्त राज्य अमेरिका में निर्माण करने और संयुक्त राज्य अमेरिका में पुनर्स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया है, लेकिन उन्हें एशिया में जाने की जरूरत है और चीन की जगह उन्हें अमेरिका के सहयोगी भारत में जाने की जरूरत है।"
'रूस से दोस्ती पड़ सकती है भारी'
वहीं, भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने चेतावनी देते हुए कहा, कि "भारत अब रूस को एक विश्वसनीय दोस्त के तौर पर ना देखे, क्योंकि मॉस्को के बीजिंग के साथ संबंध मजबूत हो रहे हैं।" यूक्रेन युद्ध के वक्त चीन और रूस की दोस्ती काफ मजबूत हो रही है, लिहाजा रो खन्ना ने भारत को चेताते हुए कहा, कि "अब रूस को भारत का भरोसेमंद दोस्त नहीं माना जा सकता है।"
कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन-अमेरिकन्स के सह-अध्यक्ष और अमेरिका के सांसद रो खन्ना, लगातार अमेरिका में भारत की बात उठाते रहते हैं और पिछले साल उन्होंने ही अमेरिकी संसद में, रूसी हथियार खरीदने के लिए भारत को CAATSA प्रतिबंधों से अलग रखने के लिए बिल पेश किया था, जिसे अमेरिकी संसद में पास कर दिया गया।
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वहीं, उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, कि "एशिया के अंदर भारत अपनी सीमाओं पर हमले की स्थिति में बचाव के लिए रूस को भरोसेमंद पार्टनर के तौर पर देखेगा, ऐसा मुझे नहीं लगता है और इसकी बड़ी वजह ये है, कि चीन और रूस के बीच की दोस्ती मजबूत हो रही है और भारत के लोग जानते हैं, कि रूस की तुलना में अमेरिका ज्यादा भरोसमंद पार्टनर है।"
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