चीन और अमेरिका के बीच लंबे समय के लिए बात के आसार खत्म
नई दिल्ली। ट्रंप प्रशासन के दौर में अमेरिका और चीन के रिश्तों की बर्फ लगाताार जमती जा रही है। अमेरिका ने इसी सप्ताह चीन के खिलाफ नए टैरिफ की घोषणा करते हुए वॉॉशिंगटन और बीजिंग के बीच होने वाली वार्ता अब पूरी तरह से बंद हो गई है। दोनों ही देशों के बीच ट्रेड वॉर पर एक नई वार्ता आने वाले हफ्तों में शुरू होने वाली थी, जिसके लिए चीन और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी गतिरोध को खत्म करने की कोशिश में लगे हुए थे। लेकिन 200 डॉलर के चीनी सामानों पर टैरिफ लगाए जाने के बाद अब ट्रम्प ने बातचीत की संभावनाओं को पूरी तरह से खत्म कर दिया है।
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है वर्तमान स्थिति को देखते हुए चीन और अमेरिका के बीच कोई बैठक नहीं की जा रही है। अधिकारी ने कहा, 'फिलहाल यूएस-चीन के बीच कोई वार्ता नहीं हो रही है।'
अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए टैरिफ 24 सितंबर से 10 प्रतिशत के स्तर पर लागू होने जा रहे हैं, जो अगले वर्ष से 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया जाएगा। इससे चीन के हजारों सामानों पर असर पड़ेगा, जिसमें खाद्य मसालों, नेटवर्क राउटर, बेसबॉल दस्ताने और औद्योगिक मशीनरी शामिल है।
अमेरिका के ऊपर बदले की कार्रवाई करते हुए चीन ने भी 18 सितंबर को 60 बिलियन डॉलर अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाया था। अमेरिकी सामानों पर लगे नए टैरिफ 5 से 10 फीसदी की दर से लागू होंगे।
ट्रेड वॉर के बीच अमेरिका ने अपने काट्सा (CAATSA) एक्ट के तहत भी चीन के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा की है। रूस से हथियार लेने की वजह से अमेरिका ने चीन पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की ऐलान किया है।
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