ट्रंप के एक फैसले से बढ़ीं सऊदी अरब की चिंताएं, कतर को मिलेंगे एफ-15 फाइटर जेट
वॉशिंगटन। एक तरफ तो खाड़ी देशों के कुछ देशों ने कतर के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों को तोड़ लिया है तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका ने कतर के साथ फाइटर जेट की डील साइन की है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कतर को 12 बिलियन डॉलर की लागत से एफ-15 फाइटर जेट्स बेचने का फैसला लिया है।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ेगा कतर
पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रोजर कैबिनेस ने सीएनएन को दिए बयान में कहा, 'रक्षा सचिव जेम्स मटीज ने कतर के रक्षा मंत्री डॉक्टर खालिद अल अतिया से मुलाकात की। उन्होंने इस डील पर चर्चा की और फिर कतर को फाइटर जेट बेचने पर रजामंदी दी। 12 बिलियन डॉलर वाली यह डील कतर को अमेरिका और कतर के बीच सुरक्षा सहयोग बढ़ाने में मद करेगा और कतर की क्षमताएं बढ़ेंगी।' मटीस ने कतर के मंत्री के साथ आपसी सुरक्षा हितों पर भी चर्चा की जिसमें आईएसआईएस के खिलाफ वर्तमान स्थिति पर चर्चा भी शामिल थी। इसके अलावा इस बात पर भी चर्चा हुई कि कैसे खाड़ी देशों के बीच तनाव को कम करके आतंकवाद पर एक समान लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। इस डील से यह भी साफ है कि संकट के समय कतर को अमेरिका का समर्थन हासिल है।
ट्रंप ने किया था कतर पर फैसले का समर्थन
कतर को फाइटर जेट्स बेचने का यह फैसला उस समय आया है जब एक हफ्ते पहले ही कतर पर लगे प्रतिबंधों पर ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से मिलीजुली प्रतिक्रिया आई थी। सऊदी अरब, बहरीन, यूएई और इजिप्ट ने कतर के साथ अपने संबंध तोड़ लिए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले का समर्थन किया था और कहा था कि कतर के लिए आया यह फैसला आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मदद करेगा। ट्रंप ने कहा था कि अब समय आ गया है जब कतर को आतंकवाद को आर्थिक मदद देना बंद करना होगा। लेकिन ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन के दूसरी अधिकारी, जिसमें विदेश सचिव रेक्स टिलीरसन शामिल हैं, उनकी बात से सहमत नजर नहीं आए। टिलीरसन ने राष्ट्रपति ट्रंप के बयान को ही इस मुद्दे पर नजरअंदाज कर दिया। सोमवार को अमेरिकी कांग्रेस की सशस्त्र समिति के सामने बोलते हुए मटीस ने कतर की स्थिति को काफी जटिल करार दिया। उन्होंने इस बात का ध्यान दिलाया कि कतर में अमेरिकी सेना की बड़ी संख्या है और अमेरिका के साथ कतर के सैन्य संबंध काफी करीबी हैं।