यूक्रेन युद्ध में तेजी से बदल रहे हालात, पोलैंड में कमला हैरिस, कल तुर्की में विदेश मंत्रियों की मीटिंग
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव बुधवार को अपने यूक्रेनी समकक्ष दिमित्रो कुलेबा के साथ बातचीत के लिए तुर्की की यात्रा जाएंगे।
कीव, मार्च 09: यूक्रेन युद्ध के बीच अब तेजी से हालात बदलने लगे हैं और 14वें दिन का जंग खत्म होने से पहले दोनों देशों की तरफ से नरमी के संकेत मिलने लगे हैं और बहुत संभाव है, कि यूक्रेन युद्ध अब जल्दी खत्म हो जाए। जंग के बीच रूस और यूक्रेन... दोनों ही देशों ने जहां अपने तेवर में लचीलापन लाया है, वहीं अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस भी पोलैंड पहुंच रही हैं।
तुर्की में दोनों विदेश मंत्रियों की मुलाकात
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव बुधवार को अपने यूक्रेनी समकक्ष दिमित्रो कुलेबा के साथ बातचीत के लिए तुर्की की यात्रा जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के बीच तुर्की मध्यस्थता करवाने की कोशिश कर रहा है। रूसी समाचार एजेंसी TASS ने रूसी विदेश मंत्रालय का हवाला देते हुए इसकी पुष्टि की है, कि कल दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक होगी। बैठक नाटो के सदस्य राष्ट्र तुर्की द्वारा आयोजित एक शिखर सम्मेलन के मौके पर होनी थी, लेकिन कोई और विवरण घोषित नहीं किया गया था। हालांकि, इस बातचीत का क्या नतीजा निकलगा, इसका पता कल ही चल पाएगा, लेकिन ऐसी संभावना है कि, बातचीत किसी अंजाम तक पहुंच सकता है। वहीं, रूसी समाचार एजेंसी ने दावा किया है, कि दोनों देशों के बीच सकारात्मक बातचीत चल रही है। वहीं, ऐसी रिपोर्ट है, कि यूक्रेन के विदेश मंत्री 'दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच डायरेक्ट मुलाकात' की पेशकश कर सकते हैं।
पोलैंड दौरे पर कमला हैरिस
अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस यूक्रेन संकट के बीच पोलैंड की यात्रा पर जाने वाली हैं, लेकिन पोलैंड यात्रा से पहले ही बड़ा टर्न आ गया है, जब अमेरिका और पोलैंड के बीच यूक्रेन में लड़ाकू विमानों को भेजने की डील रद्द हो गई है। दरअसल, अमेरिका चाहता था, कि पोलैंड अपने मिग-29 विमान युद्ध में फंसे यूक्रेन को देदे, लेकिन यूक्रेन ने रूस से सीधे पंगा लेने से इनकार कर दिया और पोलैंड ने कहा कि, वो अपने हथियार जर्मनी में अमेरिकी सेना को हवाले कर रहा है और अमेरिका उन हथियारों को यूक्रेन के हवाले कर दे। लेकिन, अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। लिहाजा, कमला हैरिस का पोलैंड दौरा काफी असमंजस के बीच हो रहा है। वहीं, अमेरिका से आई रिपोर्ट के मुताबिक, कमला हैरिस अब पोलैंड सरकार को यूक्रेन के लोगों को शरणार्थी के तौर पर देश में आने और उनके लिए व्यवस्थाएं करने के लिए धन्यवाद कहेंगी।
नाटो से जेलेंस्की का मोह भंग
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की ने नाटो की सदस्यता लेने की अपनी जिद छोड़ने की तरफ संकेत देते हुए नाटो की सदस्यता लेने से तौबा कर लिया है। जेलेंस्की ने कहा है कि, वो अब नाटो की सदस्यता लेने के लिए ज्यादा जोर नहीं देंगे। इसके साथ ही जेलेंस्की ने कहा कि, रूस ने यूक्रेन से जिन दो हिस्सों को अलग करके उन्हें अलग देश देश घोषित किया है उसपर भी वह व्लादिमीर पुतिन के साथ 'समझौता' करने के लिए तैयार हैं, जिन्हें रूस ने स्वतंत्र देश घोषित करने के बाद 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला बोल दिया था। जेलेंस्की ने कहा कि ''मैंने बहुत समय पहले ही इस प्रस्ताव को पीछे छोड़ दिया था, जब मैं यह समझ गया था कि नाटो यूक्रेन को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। नाटो को डर है कि इससे काफी विवाद होगा और रूस से टकराव की स्थिति पैदा होगी।'' नाटो की सदस्यता का जिक्र करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि ''मैं ऐसे देश का राष्ट्रपति नहीं बनना चाहता हूं जो किसी चीज की भीख मांग रहा हो।''
यूक्रेन में 14वें दिन भी लड़ाई जारी
यूक्रेन में 14वें दिन भी लड़ाई जारी है और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय का कहना है कि यूक्रेन में रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद से अब तक कम से कम 474 नागरिक मारे गए हैं। वहीं, 861 लोग अभी तक घायल हुए हैं। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, वास्तविक आंकड़े इससे काफी ज्यादा हो सकते हैं, क्योंकि अभी तक वोल्नोवाखा, मारियुपोल और इज़ियम शहरों से सैकड़ों हताहतों की रिपोर्ट की पुष्टि की जानी बाकी है। यूएन रिपोर्ट में कहा गया है कि, "अधिकांश नागरिक हताहतों की संख्या व्यापक प्रभाव क्षेत्रों में विस्फोटक हथियारों के उपयोग के कारण हुई हैं। जिसमें भारी तोपखाने और मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम, मिसाइल हमले और हवाई हमलों से गोलाबारी शामिल है।"
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