Royal Navy की पनुडब्बियों पर महिलाओं से दुष्कर्म के आरोप से हिला ब्रिटेन, नौसेना प्रमुख ने दिए जांच के आदेश
अखबार ने नौसेना के एक अन्य गुमनाम व्हिसलब्लोअर के हवाले से कहा कि महिलाओं को पनडुब्बियों में यौन संबंध बनाने के लिए लगातार परेशान किया जाता था।
रॉयल नेवी में शामिल पनडुब्बियों पर तैनात महिला कर्मचारियों से हो रहे यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट से ब्रिटेन में बवाल मच गया है। रॉयल नेवी के चालक दल पर पनडुब्बियों पर काम करने वाली महिला कर्मचारियों के साथ डरा धमका कर उनका यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। यह दावा पूर्व नौसेना लेफ्टिनेंट सोफी ब्रूक ने किया है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। ब्रिटेन की नौसेना के प्रमुख एडमिरल बेन ने कहा कि वह पनडुब्बियों पर महिलाओं के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में बहुत परेशान हैं।
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नई महिला पर बनाए रखते हैं गिद्ध दृष्टि
डेली मेल अखबार ने शनिवार को पूर्व नौसेना लेफ्टिनेंट सोफी ब्रूक के उन दावों को प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्हें रॉयन नेवी में काम करते हुए 'यौन उत्पीड़न के एक निरंतर दौर' के साथ-साथ शारीरिक उत्पीड़न का भी सामना करना पड़ा। अखबार ने उनके हवाले से प्रकाशित किया है कि पनडुब्बियों पर जब भी कोई नई महिला आती है तो चालक दल के पुरुष सदस्य 'गिद्धों की तरह' नजरें गड़ाए होते हैं, और उन्हें खा लेने वाली नजरों से देखते हैं।
चालक सदस्यों ने बनाई थी दुष्कर्म लिस्ट
ब्रूक ने यह भी कहा कि रॉयल नेवी के चालक दल ने महिला सहकर्मियों की एक 'क्रश डेप्थ दुष्कर्म लिस्ट' भी बनाई थी, जिसमें पनडुब्बी पर मौजूद पुरुषों ने महिला सहयोगियों को इस क्रम में रखा था कि समुद्र में उनके साथ दुष्कर्म किया जा सके। ब्रूक ने कहा उन्हें इस लिस्ट में 6वें नंबर पर रखा गया था। यानी कि 5 महिलाकर्मियों के बाद उसके साथ दुष्कर्म किए जाने का नंबर था। ब्रुक ने कहा कि उसके सीनियर उसके साथ नियमित रूप से यौन अश्लील शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे संबोधित करते थे और कई बार अपने लिंग को उसकी जेब में डाल देते थे।
ब्रूक ने इस साल छोड़ थी रॉयल नेवी
ब्रूक ने कहा कि उसकी एक महिला साथी ने बताया कि कैसे जब वो सो रही थी, एक व्यक्ति उसके कमरे में घुस गया था और उसके साथ गलत हरकत करने लगा था। मालूम हो कि 30 साल के ब्रूक ने इस साल की शुरुआत में रायल नेवी को छोड़ दिया था और बाद में पनडुब्बी की आवाजाही के बारे में एक ईमेल से बेहद संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में उनको जेल की सजा सुनाई गई थी।
दस फीसदी महिलाएं ही करती हैं शिकायत
द डेली मेल ने नौसेना के एक अन्य गुमनाम व्हिसलब्लोअर के हवाले से कहा कि महिलाओं को पनडुब्बियों में यौन संबंध बनाने के लिए लगातार परेशान किया जाता था। उत्पीड़न के शिकार लोगों को कानूनी सहायता देने वाली संस्था सेंटर फॉर मिलिट्री जस्टिस की निदेशक एम्मा नॉर्टन ने स्काई न्यूज को बताया कि केवल 10 प्रतिशत महिलाएं ही हैं जो इस तरही की बदमाशी और उत्पीड़न का, औपचारिक शिकायत करती हैं। अधिकांश महिलाएं कुछ नहीं कर पातीं क्योंकि उन्हें यकीन नहीं है कि उन्हें किसी भी तरह का न्याय या निष्पक्ष सुनवाई मिलेगी। नॉर्टन ने कहा कि रॉयल नेवी ऐसी शिकायतों पर अधिक स्वतंत्र निरीक्षण के लिए बार-बार की गई सिफारिशों पर कार्रवाई करने में विफल रही है।
2011 में पहली बार महिलाओं को किया गया शामिल
बतादें कि रॉयल नेवी की पनडुब्बी सेवा ने 2011 में महिलाओं को शामिल करना शुरू किया। नौसेना प्रमुख ने कहा, 'ये आरोप घृणित हैं।' उन्होंने एक बयान में कहा, 'यौन हमले और उत्पीड़न का रॉयल नेवी में कोई स्थान नहीं है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।' नौसेना प्रमुख ने कहा, 'मैंने अपनी वरिष्ठ टीम को इन आरोपों की गहन जांच करने का निर्देश दिया है। जो कोई भी दोषी पाया जाएगा, उसकी रैंक या स्थिति की परवाह किए बिना उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।' रक्षा मंत्रालय ने इन आरोपों पर टिप्पणी नहीं की है।
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