UK-India Week 2022 : एक मंच पर वैश्विक हस्तियों का जमघट, भारत-ब्रिटेन संबंधों पर मंथन
यूके-इंडिया वीक 2022 किसी पावर-पैक सीरीज से कम नहीं होगा। इस कार्यक्रम में भारत और ब्रिटेन के संबंधों पर मंथन के लिए मंत्री, नीति निर्माता और उद्यमियों के बीच मंथन होगा।
लंदन, नई दिल्ली, 27 जून : यूके-इंडिया वीक (UK-India Week) का आयोजन इंडिया ग्लोबल फोरम (IGF) प्रतिवर्ष करता है। दोनों देशों के महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों के असंख्य पहलुओं को उत्सव के रूप में सेलिब्रेट करने के लिए यूके-इंडिया वीक का आयोजन किया जाता है। भारत ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement- FTA) इसी वर्ष फाइनल होगा। इस कारण यूके-इंडिया वीक के आयोजन का समय महत्वपूर्ण है। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट दीपावली तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। समझौते को तय समयसीमा के अंदर अंतिम रूप दिया जाए, इस दिशा में पूरी गति से बातचीत चल रही है।
मुक्त व्यापार समझौते से फायदे
यूके-इंडिया वीक 2022 में कई बड़ी हस्तियां शिरकत करेंगी। इस पावर-पैक सीरीज में कई शीर्ष मंत्री, नीति निर्माता और उद्यमियों के भी शामिल होने की संभावना है। आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, भारत के साथ एफटीए को अंतिम रूप देने के बाद ब्रिटेन का निर्यात (भारत में) लगभग दोगुना हो जाएगा। इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में बड़े पैमाने पर नौकरियों के अवसर पैदा होने की भी उम्मीद है। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से 2035 तक ब्रिटेन के कुल व्यापार में प्रति वर्ष 28 बिलियन पॉन्ड स्टर्लिंग (£) तक का इजाफा होगा। यूनाइटेड किंगडम के विभिन्न हिस्सों में मजदूरी भी 3 बिलियन पॉन्ड स्टर्लिंग बढ़ने की उम्मीद है।
इन क्षेत्रों में सहयोग करते हैं दोनों देश
बता दें कि यूके-इंडिया वीक 27 जून से 1 जुलाई के दौरान होना है। इस दौरान उम्मीद है कि एफटीए पर चर्चा और व्यापक विचार-विमर्श केंद्रीय मुद्दा बना रहेगा। हालांकि, यूके-भारत साझेदारी सिर्फ व्यापार और आर्थिक आदान-प्रदान तक ही सीमित नहीं है। दोनों देशों के संबंधों का असर जीवन के लगभग हर क्षेत्र में देखा जा सकता है। एक नजर दोनों देशों के दूसरे प्रमुख सहयोग पर-
- सांस्कृतिक और रचनात्मक सहयोग
- जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई
- स्वास्थ्य सेवा
- प्रौद्योगिकी
- नवाचार जैसे क्षेत्र
इनके अलावा भी भारत और ब्रिटेन के बीच सक्रिय सहयोग होता है। यूके में रह रहे प्रवासी भारतीय दोनों देशों के बीच गहरे बंधन में जीवंत सेतु के रूप में काम कर रहे हैं।
UK-India Week की थीम
यूके-इंडिया वीक 2022 में इस बार दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के 75 साल होने का जश्न मनाया जाएगा। साझेदारी के पैमाने और बहुआयामी पहलुओं को देखते हुए इंडिया यूके वीक 2022 की थीम रीइमेजिन@75 (Reimagine@75) रखी गई है।
कुछ हस्तियां जिनके यूके-इंडिया 2022 में आने की पुष्टि हो गई है:
- ऋषि सुनक, चांसलर ऑफ द एक्सचेकर, यूके सरकार
- डॉ एस जयशंकर, विदेश मंत्री
- साजिद जाविद, स्वास्थ्य और सोशल केयर राज्य सचिव, यूके सरकार
- डॉ मनसुख मंडाविया, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री।
- धर्मेंद्र प्रधान, शिक्षा मंत्री और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री।
- भूपेंद्र यादव, श्रम और रोजगार, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री।
- राजीव चंद्रशेखर, कौशल विकास, उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री।
- अर्जुन राम मेघवाल, विदेश राज्य मंत्री।
- आलोक शर्मा, अध्यक्ष, COP 26। बता दें कि अक्टूबर-नवंबर 2021 के दौरान स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में संयुक्त राष्ट्र क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई थी। संक्षेप में इसे COP 26 कहा जाता है।
- BOSOBE के लॉर्ड गेरी ग्रिमस्टोन, निवेश मंत्री, यूके सरकार
- ऐनी-मैरी ट्रेवेलियन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार राज्य सचिव और व्यापार बोर्ड के अध्यक्ष, यूके सरकार
- बिल विंटर्स, ग्रुप चीफ एक्जीक्यूटिव, स्टैंडर्ड चार्टर्ड
- एरियाना हफिंगटन, संस्थापक और सीईओ, थ्राइव (Thrive)
- हरमीन मेहता, चीफ डिजिटल एंड इनोवेशन ऑफिसर, बीटी
- डॉ शशि थरूर, लोक सभा सांसद, तिरुवनंतपुरम (केरल)
- भाविश अग्रवाल, सह-संस्थापक और सीईओ, ओला
- अमित कपूर, कंट्री हेड, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) यूके और आयरलैंड।
- पद्म विभूषण सद्गुरु जग्गी वासुदेव, संस्थापक, ईशा फाउंडेशन
इन हस्तियों के अलावा और भी कई दिग्गज यूके इंडिया वीक 2022 में बतौर वक्ता शामिल होंगे। स्पीकर्स की पूरी सूची यहां देखें
मजबूत होंगे भारत ब्रिटेन के रिश्ते
यूके-इंडिया वीक के संबंध में आईजीएफ के संस्थापक और सीईओ प्रो. मनोज लडवा (Prof. Manoj Ladwa) ने कहा, स्थापित बहुपक्षीय विश्व व्यवस्था में वैश्विक अविश्वास बढ़ रहा है। इसके मद्देनजर यूके-भारत संबंधों के पारस्परिक मूल्य और क्षमता पर दोबारा मंथन करने की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि यूके-इंडिया वीक 2022 दोनों देशों की साझेदारी में एक उपयुक्त मौका है। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर चर्चा के तहत दोनों देश अपने व्यापारिक संबंधों को फिर से परिभाषित करने की प्रक्रिया में हैं। लगभग एक सप्ताह तक चलने वाला यूके-इंडिया वीक और इसमें शामिल होने वाली दिग्गज हस्तियों से कार्यक्रम की महत्वाकांक्षा और गहराई का पता चलता है। ये दिखाता है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते को न केवल नई ऊंचाईयों पर ले जाया जा सकता है बल्कि मजबूत भी किया जा सकता है।
ऋषि सुनक को अवॉर्ड
आपको बता दें कि, इस साल का यूके-इंडिया अवार्ड (UK-India Awards), जो एक जुलाई को दिया जाएगा, उसके लिए ब्रिटेन के चांसलर ऑफ द एक्सचेकर ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को शॉर्ट लिस्ट किया गया है।
**यूके इंडिया अवार्ड का पूरा कार्यक्रम जानने के लिए यहां क्लिक करें
इंडिया ग्लोबल फोरम (IGF) को जानिए
इंडिया ग्लोबल फोरम यानि आईजीएफ का मुख्यालय लंदन में है, जिसे इंडिया इंक ग्रुप प्रायोजित करता है और ये इंटरनेशनल बिजनेस और ग्लोबल लीडर्स के लिए एजेंडा सेट करने का एक प्लेटफॉर्म है। ये एक ऐसे प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करता है, जिसका फायदा अंतर्राष्ट्रीय कॉरपोरेट और नीति निर्माता अपने क्षेत्रों और रणनीतिक महत्व के क्षेत्रों में हितधारकों के साथ बातचीत करने के लिए उठा सकते हैं। हमारे मंच की पहुंच, हमारी मीडिया परिसंपत्तियों द्वारा बड़े वैश्विक आयोजनों से लेकर केवल आमंत्रण, विशेष बातचीत और विश्लेषण, इंटरव्यू और उनके विचारों को बढ़ाने तक है।
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