स्कॉटलैंड में 'भारतीय-पाकिस्तानियों' का दम, हिरासत में लिए गये दोनों भारतीयों को छुड़ाया, पीएम ने दिया बयान
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शन के बाद स्कॉटलैंड की प्रधानमंत्री निकोला स्टर्जन को बीच में दखल देना पड़ा और उन्होंने बयान जारी करते हुए 'होम ऑफिस' पर खतरनाक और अस्वीकार्य स्थिति पैदा करने का आरोप लगाया है।
लंदन, मई 15: ब्रिटेन की बॉर्डर फोर्स ने स्कॉटलैंड में दो भारतीय को हिरासत में लेने के करीब आठ घंटे बाद रिहा कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक स्कॉटलैंड के ग्लासको शहर में दोनों भारतीयों को आव्रजन संबंधी नियमों में उल्लंघन का संदेह होने पर हिरासत में ले लिया था, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने जमकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था। दोनों भारतीयों को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए करीब 8 घंटे तक लगातार प्रदर्शन किया गया। दोनों भारतीय को पुलिस रिहासत से छुड़ाने के लिए भारत और पाकिस्तानी मूल के सैकड़ों लोगों ने एक साथ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को दोनों भारतीयों को रिहा करना पड़ा।
दोनों भारतीय रिहा
द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों भारतीयों को जमानत पर रिहा किया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही सुमित सहदेव और लखवीर सिंह नाम के दोनों भारतीयों को हिरासत में लिया गया, ठीक वहां रहने वाले सैकड़ों इंडियंस प्रदर्शन करने लगे और रोड जाम कर दिया। ग्लासको के पोसोक्शील्ड्स क्षेत्र में सैकड़ों स्थानीय लोगों ने बॉर्डर एजेंसी की उस वैन को रोकने की कोशिश की, जिसमें दोनों भारतीय को ले जाया जा रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों में ब्रिटेन के रहने वाले लोग भी शामिल थे जो लगातार 'हमारे पड़ोसियों को छोड़ दो...उन्हें जाने दो...पुलिसकर्मी वापस जाओ' के नारे लगा रहे थे।
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स्कॉटलैंड की पीएम ने दिया बयान
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शन के बाद स्कॉटलैंड की प्रधानमंत्री निकोला स्टर्जन को बीच में दखल देना पड़ा और उन्होंने बयान जारी करते हुए 'होम ऑफिस' पर खतरनाक और अस्वीकार्य स्थिति पैदा करने का आरोप लगाया है। स्कॉटलैंड की प्रधानमंत्री निकोला स्टर्जन ने बयान जारी करते हुए कहा कि 'आज ईद के दिन, वो भी जब कोविड-19 का प्रकोप चल रहा है, पुलिस के लिए ऐसा करना ठीक नहीं है। लेकिन इससे भी खतरनाक समस्या आश्रय और आव्रजन नीति है।' इसके साथ ही उन्होंने ब्रिटिश सरकार से दोबारा ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं करने की मांग की है। वहीं, दोनों भारतीय को हिरासत लेने के बाद एमपी क्लॉउडिया वेब ने कहा कि 'ये वो समय है, जब लोगों की सामूहिक शक्ति की वजह से हिरासत में लिए गये दोनों लोगों को पुलिस को छोड़ना पड़ा है। इन दोनों लोगों को ईद के दिन इमिग्रेशन पॉलिसी के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिया गया था लेकिन, ग्लासको के लोगों ने मानवता का साथ दिया है।'
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क्या था पूरा मामला?
हिरासत में लिए गये भारतीयों में से एक लखवीर सिंह ने उन लोगों का धन्यवाद किया है, जिन्होंने उनके समर्थन में प्रदर्शन किया है। ब्रिटेन की पुलिस की हिरासत से छूटने के बाद जब दोनों भारतीय अपने वकील आमिर अनवर के साथ ग्लासको के एक मस्जिद के सामने से निकले तो सैकड़ों लोगों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। वहीं, पाकिस्तानी मूल के वकील आमिर अनवर ने कहा कि 'होम ऑफिस ने ईद के दिन लोगों को उकसाने वाली कार्रवाई की है और सच बात तो ये है कि उन्हें हमारी जिंदगी से कोई फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन, ग्लासको के लोगों को हमसे मतलब है और हम एक साथ हैं।' वकील आमिर अनवर ने कहा कि 'इस शहर को रिफ्यूजी ने बनाया और बसाया है। इस शहर को बनाने के लिए हमने खून, पसीना और आंसू बहाए हैं, और हम सब एक साथ एकजुट हैं।'
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