एक फैसले के बाद बढ़ गया चीन और अमेरिका के बीच तनाव
वाशिंगटन। साउथ चाइना सी पर आए इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले को मानने से चीन ने साफ इंकार कर दिया है। इसके बाद अमेरिका ने चीन को वॉर्निंग दी है कि 'बड़े देशों' की ओर से अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन ना करने से काफी नुकसान हो सकता है।
अमेरिका ने चीन को साफ-साफ कहा है कि उसे इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले को मानना पड़ेगा। इसके बाद अमेरिका और चीन के बीच तनाव फिर से एक नए स्तर पर पहुंच गया है।
व्हाइट हाउस ने चीन से यह भी कह दिया है कि वह फैसले के खिलाफ भड़काऊ बयान देने से बचे। व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी जोश अर्नेस्ट ने कहा कि हमारा मानना है कि यह उत्तेजक एवं भड़काऊ टिप्पणियां या काम करने का समय नहीं है।
अर्नेस्ट के मुताबिक अमेरिका का मानना है कि यह गहरे संघर्ष की ओर बढ़ने का समय नहीं है बल्कि दक्षिण चीन सागर (एससीएस) में प्रतिस्पर्धी दावों के शांतिपूर्ण एवं राजनयिक समाधान की ओर बढ़ने का समय है।
द हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुनाया था कि 'नाइन-डैश लाइन' में पड़ने वाले समुद्री क्षेत्र पर ऐतिहासिक अधिकार के दावे के लिए चीन के पास कोई कानूनी आधार नहीं है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने फिलीपींस की ओर से कोर्ट में लाए गए इस मामले पर सुनाए गए फैसले के बारे में कहा कि चीन इस निर्णय को नहीं मानता है।