अब टीवी पर चेहरा नहीं दिखा सकतीं एंकर, तालिबान ने जारी किया नया फरमान
काबुल, 19 मईः अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जा जमाने के बाद से ही तालिबान धीरे-धीरे महिलाओं की स्वतंत्रता को छीनकर उनके खिलाफ प्रतिबंधों को कड़े बनाता जा रहा है। महिलाओं की आंखों के अलावा पूरे शरीर को ढकने, लड़कियों की पढ़ाई पर पाबंदी लगाने, अकेले घर से बाहर निकलने पर रोक लगाने के बाद तालिबान ने गुरुवार को एक और नया फरमान जारी किया है। तालिबान ने अब टीवी एंकरों को चेहरा ढक कर एंकरिंग करने का आदेश दिया है।
सभी मीडिया आउटलेट्स को जारी हुआ आदेश
तालिबान के नए फरमान में कहा गया है कि सभी टीवी चैनलों पर काम करने वाली सभी महिला एंकरों को शो करते समय अपने चेहरे को ढकना होगा। अगर वे इसका उल्लंघन करती हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। टोलोन्यूज चैनल ने एक ट्वीट में कहा कि तालिबान के सूचना और संस्कृतिक मंत्रालय ने इसे अंतिम फैसला बताया और कहा कि इसमें कोई बदलाव नहीं हो सकता। अफगानिस्तान में सभी मीडिया आउटलेट्स को यह आदेश जारी कर दिया गया है।
महिलाओं की आजादी छीन रहा तालिबान
बता दें कि तालिबान ने दुबारा सत्ता हासिल करने के बाद अपने पिछले शासन की तुलना में ज्यादा नरम शासन का वादा किया था। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब महिलाओं के अधिकारों पर अंकुश लगाया गया हो। तालिबान द्वारा विशेष रूप से लड़कियों और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें माध्यमिक शिक्षा और कई सरकारी नौकरियों से भी बाहर कर दिया गया है।
गाड़ी चलाने पर भी है प्रतिबंध
इससे पहले तालिबान ने महिलाओं को गाड़ी चलाने से रोकने को लेकर भी फरमान जारी किया था। तालिबान ने अफगानिस्तान में महिलाओं को गाड़ी चलाने का लाइसेंस नहीं देने का आदेश दिया था। इससे पहले तालिबान ने महिलाओं को लंबी दूरी तक बस या अन्य वाहनों में अकेले यात्रा करने पर रोक लगा दी थी। तालिबान के आदेश के मुताबिक महिलाएं बस में 70 किमी से अधिक की दूरी अकेले तय नहीं कर सकेंगी। इससे आगे जाने के लिए उनके साथ किसी पुरुष का होना जरूरी होगा।
अकेली लंबी दूरी तय नहीं कर सकती महिलाएं
लंबी दूरी तक जाने वाली अकेली महिलाओं को गाड़ी में न बैठाने का फरमान तालिबान पहले ही जारी कर चुका है। इतना ही नहीं तालिबान ने कार में संगीत बजाने पर भी रोक लगा रखा है। इसके साथ ही तालिबान का यह सख्त आदेश है कि महिलाओं को यात्रा के दौरान हिजाब पहनना होगा। इसके साथ ही तालिबान संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन की महिला स्टाफ सदस्यों का हिजाब पहनने के लिए कह चुका है।