फिर उठा मिस्र की 2500 साल पुरानी परंपरा से पर्दा, सोने की जीभ वाली मिली दो ममी
काहिरा : मानव सभ्यताओं और पिरामिडों के देश के नाम से दुनिया भर में पहचाने जाना वाले मिस्र (Egypt) में अब 2500 साल पुरानी दो कब्रें मिलीं है। काहिरा में पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय ने इन मकबरों की जानकारी देते हुए बताया कि ऊपरी मिस्र के मिन्या गवर्नमेंट में सैट राजवंश की दो कब्रों की खोज की गई है। इसकी खोज एक स्पेनिश पुरातात्विक मिशन द्वारा की गई थी। इन मकबरों में कुछ ऐसी चीजें भी मिली है, जिनको जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
2500 साल पुरानी दो ममी मिली
जानकारी के मुताबिक दो अलग-अलग मकबरों से एक महिला और एक पुरुष की ममी मिली है, जिसको 2500 साल पुराना बताया जा रहा है। 2 अज्ञात शख्सियत के मिले अवशेषों में से एक ममी के अंदर सोने की जीभ भी मिली है। रिपोर्टस के मुताबिक यह मकबरा लाइम स्टोन यानी चूना पत्थर से बना है। पुरातत्वविदों के अनुसार मकबरे में मिले पुरुष के अवशेष और कब्र पूरी तरह से सुरक्षित है। इस मकबरे को उसको दफनाने के बाद सील किया गया था, जिसके चलते अंदर से कई अद्भुत कलाकृतियां वाली चीजें भी पुरातात्विक टीम को मिली है।
सैट राजवंश के दौरान की दोनों कब्रें
मिस्र के मिन्या प्रांत में सैट राजवंश (664 ईसा पूर्व -525 ईसा पूर्व) के दौरान की यह दोंनों कब्रें है। बार्सिलोना यूनिवर्सिटी के स्पेनिश पुरातत्विदों के ग्रुप को खोज के दौरान दो अज्ञात शख्सियत के अवशेष मिले थे, जिनमें से एक मकबरे में सोने की जीभ भी मिली। कब्र के अंदर एक महिला के आकार की ममी के साथ एक चूना पत्थर का ताबूत पाया गया था। इसी के साथ एक अज्ञात व्यक्ति के अवशेष भी पास में रखे मिले थे।
बार्सिलोना यूनिवर्सिटी ने की खोज
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक सुप्रीम काउंसिल ऑफ एंटिक्विटीज के महासचिव मुस्तफा वजीरी ने कहा कि बार्सिलोना विश्वविद्यालय के मिशन को एक कब्र में सोने की जीभ वाले दो अज्ञात व्यक्तियों के अवशेष मिले हैं। वजीरी ने बताया कि मकबरे की शुरुआती स्टडी से पता चला है कि इसे पहले प्राचीन काल में खोला गया था। इस बीच दूसरा मकबरा पूरी तरह से बंद था और मिशन ने इसे पहली बार खुदाई के दौरान खोला।
ममी से मिली सोने की जीभ की कंडीशन अच्छी
पुरातत्वविदों की टीम ने बताया कि जहां पुरुष के अवशेष और कब्र पूरी तरह से सुरक्षित तो वहीं महिला के अवशेष अच्छी स्थिति में नहीं हैं। खोज करने वाली यूनिवर्सिटी ऑफ बार्सीलोना ने जानकारी देते हुए बकाया कि यह कब्रें मिस्र के 26वें राजवंश की है। वहीं ममी से मिली सोने की जीभ की कंडीशन काफी अच्छी है। बता दें कि प्राचीन मिस्र की ममियों में अधिकतर सोने की जीभ मिलती थी। इसे पीछे की वजह यह है कि मरे हुए शख्स के पास सोने की जीभ को अंतिम संस्कार के दौरान इसलिए रखा जाता है कि उसकी आत्मा प्राचीन देवता ओसिरिस से बात कर सकें।
खुदाई के दौरान मिली कई चीजें
वहीं खुदाई मिशन की देखरेख करने वाले हसन आमेर ने कहा कि कैनोपिक बर्तन वाले दो ताबूतों के अलावा, दूसरे मकबरे में एक मानव चेहरे के साथ एक चूना पत्थर के ताबूत को संरक्षण की अच्छी स्थिति में खोजा गया है। उन्होंने आगे कहा कि एक बर्तन में 402 उषाबती मूर्तियां थीं, जो कि फैएंसे से बनी थीं, छोटे ताबीज और हरे मोतियों का एक सेट भी था। हाल ही के सालों में मिस्र में कई बड़े पैमाने पर पुरातात्विक खोजें की गई हैं, जिनमें फैरोनिक कब्रें, मूर्तियां, ताबूत और ममी मिली है।
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