मंगल पर कॉलोनी बनाने की बात करने वाले एलन मस्क पर चला इसरो का जादू
स्पेस एक्स के सीईओ और टेस्ला मोटर्स के मालिक एलन मस्क पर चला इसरो का जादू। इसरो के रिकॉर्ड को बताया प्रभावी। अमेरिकी स्पेस एजेंसी के लिए लॉन्च व्हीकल्स और तैयार करती है स्पेसक्राफ्ट।
कैलिफोर्निया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक व्यक्ति पर अपना जादू चला दिया है। यह व्यक्ति कोई और नहीं है बल्कि यह हैं टेस्ला के चीफ और स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क। आपको बता दें कि एलन की कंपनी स्पेस एक्स नासा के लिए स्पेसक्राफ्ट और दूसरे स्पेस क्राफ्ट्स को बनाती है।
ट्वीटर पर दी बधाई
मस्क ने 15 फरवरी को बने इसरो के रिकॉर्ड को काफी प्रभावी बताया है। 15 फरवरी को इसरो ने एक साथ 104 सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में भेजने का नया रिकॉर्ड बनाया था जिसमें से अमेरिका के सैटेलाइट्स सबसे ज्यादा थ। मस्क ने ट्विटर का सहारा लिया और इसरो की तारीफ की। उन्होंने लिखा, 'बहुत ही प्रभावी।' उनकी कंपनी स्पेस एक्स स्पेस ट्रांसपोर्टेशन की कीमतों में कमी करके अंतरिक्ष से जुड़ी सीमाओं को खत्म कर देना चाहती है। स्पेस एक्स ने फिर से प्रयोग में आ सकने वाले लॉन्च व्हीकल्स फाल्कन 1 और फाल्कन 9 को तैयार किया है। इसरो ने अपने नए रिकॉर्ड के साथ ही रूस का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। रूस ने 37 सैटेलाइट्स को एक बार में भेजने का रिकॉर्ड बनाया था।
मंगल पर कॉलोनी की बात करते मस्क
भारत ने अर्थ ऑब्वर्जेशन सैटेलाइट्स को भी 104 सैटेलाइट्स के साथ लॉन्च किया है। जो दूसरे सैटेलाइट्स लॉन्च हुए हैं उनमें अमेरिका के करीब 96 सैटेलाइट्स हैं। बाकी सैटेलाइट्स स्विट्जरलैंड और इजरायल के हैं। मस्क ने एक और ट्ववीट किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि इन गर्मियों में उनकी क्लीन एनर्जी कार भारत आएगी। 45 वर्ष के मस्क साउथ अफ्रीकी नागरिक हैं और युवाओं में खासे लोकप्रिय हैं। उनका लक्ष्य है कि वह ग्लोबल वॉर्मिंग को सस्टेनेबल एनर्जी के जरिए और एनर्जी के कम प्रयोग के जरिए इसे कम करें। एलन यह भी मानते हैं कि इंसानों की आबादी के बढ़ते खतरे को कम किया जा सकता है अगर मंगल पर कोई ह्यूमन कॉलोनी बना दिया जाए।